दुनियाभर में रिकॉल हुई जीप कंपास, भारतीय मॉडल में नहीं है कोई खराबी
फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल ने दुनियाभर में करीब 209,000 मिनीवैन्स और एसयूवी को रिकॉल किया है
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। 2018 जीप कंपास को अमेरिका में रिकॉल किया गया है और यह सिर्फ एक ही कार है जिसे फिएट क्रिसलर ओटोमोबाइल (FCA) द्वारा अमेरिका में रिकॉल किया गया। बता दें, कंपनी ने दुनियाभर में करीब 209,000 मिनीवैन्स और एसयूवी को रिकॉल किया है। कंपनी ने यह रिकॉल इन वाहनों के ब्रेक में रही खराबी के चलते किया है, जिसकी वजह से ब्रेक लगाते समय कार लंबी दूरी पर रुक रही थी। कंपनी द्वारा रिकॉल किए गए वाहनों में 2018 डॉज जर्नी, 2019 जीप चिरोकी, 2018-2019 डॉज ग्रैंड कारावैन और जीप कंपास मौजूद है। इनमें ज्यादातर वाहन अमेरिका में ही रिकॉल किए गए हैं।
नहीं हुई किसी तरह की दुर्घटना:
कंपनी का कहना है कि ब्रेक-सिस्टम पार्ट्स स्पेसिफिकेशन्स के लिए नहीं बनाए गए थे, जिसके चलते ब्रेक फल्यूड में गैस बबल्स बन रहे थे। हालांकि, FCA को ग्राहकों की ओर से अभी तक किसी तरह की कोई शिकायत या फिर किसी भी दुर्घटना की जानकारी नहीं मिली है। कंपनी रिकॉल किए गए वाहनों के मालिकों को जल्द ही अधिसूचित करेगी और डीलर्स कंपनी के मुताबिक समस्या के समाधान के तौर पर ब्रेक फल्यूड को रिप्लेस करेंगे।
चार देशों में होती है जीप कंपास की मैन्युफैक्चरिंग:
अमेरिका में बेची जा रही जीप कंपास को कंपनी के मेक्सिको में मौजूद टोलुका प्लांट से बनाकर इंपोर्ट किया जाता है। बता दें, कंपास को दुनियाभर के चार देशों - ब्राजील, मैक्सिको, चीन और भारत में बनाया जाता है। कंपनी के पूणे स्थित रंजनगांव प्लांट में भी वैश्विक स्तर के लिए राइट-हैंड ड्राइव वाली कार बनाई जाती है।
भारतीय जीप कंपास में नही है कोई खराबी:
ज्यादातर कारों में खराबी अमेरिका में ही आई हैं और भारत में बनी कारें किसी भी तरह प्रभावित नहीं है। कंपनी ने भारत में नवंबर 2017 में जीप कंपास की करीब 1200 यूनिट्स को एयरबैग्स में आई खराबी के चलते रिकॉल किया था। इसके बावजूद, जीप ने भारत में अच्छी पकड़ बनाई हुई है और हाल ही में जून महीने में कंपनी ने 25,000 यूनिट्स उत्पादन का जश्न भी मनाया था। अब कंपनी इस कार का जल्द ट्रेलहॉक वर्जन भी लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।