बाइक मॉडिफिकेशन कराते समय रखें इन बातों का ध्यान, होगा आपका फायदा
अगर आप अपनी बाइक को मॉडिफाइड कराने जा रहे हैं तो इन बातों का रखें ध्यान...
नई दिल्ली (जेएनएन)। अगर आप अपनी नॉर्मल बाइक को सुपर बाइक का लुक देना चाहते हैं तो बाइक मॉडिफिकेशन एक सस्ता और आसान रास्ता हो सकता है। दरअसल बाइक मॉडिफिकेशन हमारे देश में काफी समय से पॉपुलर भी है। जो लोग सुपर बाइक खरीद नहीं सकते वो कुछ पैसे देकर अपनी नॉर्मल बाइक को स्पोर्टी लुक देने की कोशिश करते हैं।
दिल्ली के करोल बाग स्थित बिट्टू बाइक मॉडिफिकेशन वाले बताते हैं कि बाइक को मॉडिफाइड कराने में कम से कम 10 हजार रुपये का खर्च आता है और यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि ग्राहक बाइक में किस तरह का बदलाव करवाना चाहता है। बाइक के इंजन और चेसिस को छोड़कर बाकी किसी भी हिस्से को मॉडिफाइड कराया जा सकता है। इतना ही नहीं सेफ्टी के तौर पर बाइक को मॉडिफाइड कराने से पहले ग्राहक से बाइक की RC, फोटो, ID मांगते हैं ताकि यह पता चल सके कि बाइक चोरी की तो नहीं है। एक बाइक को तैयार होने में करीब 15 से 30 दिन का समय लग जाता है।
कहां से मॉडीफाइड करा सकते हैं बाइक
इसके लिए आप दिल्ली के करोल बाग जा सकते हैं। बाइक एक्सेसरीज और मोडीफिकेशन के लिए यह मार्किट काफी पॉपुलर और बड़ी है। यहां आपको कई ऐसी शॉप्स मिल जाएंगी जो इस प्रोफेशन से जुड़ी हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
इंजन और चेसिस को बिल्कुल न छेड़ें
बाइक को मॉडिफाइड कराते समय उसके इंजन और चेसिस को बिलकुल भी न छेड़ें वरना बाइक की वारंटी खत्म हो जाएगी, कानूनन यह सही भी नहीं है क्योंकि इससे बाइक की पहचान खत्म हो जाती है इसलिए ऐसा करने से बचें।
बहुत ज्यादा मोडीफिकेशन से बचें
मोडीफिकेशन एक हद तक तो ठीक है पर एक हद से ज्यादा बदलाव नहीं होने चाहिए। बिट्टू बाइक मोडीफिकेशन की माने तो लोगों को अपनी बाइक में मोडीफिकेशन बहुत ज्यादा नहीं करवानी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे उस समय दिक्कत आती है जब आप बाइक को सर्विस कराने जाते हैं और मैकेनिक आपकी बाइक को खोलने से इनकार कर देता है।
एग्जॉस्ट से न करें छेड़छाड़
कार हो या बाइक हर कंपनी गाड़ी में एक्जॉस्ट को काफी R&D करने के बाद ही डिजाइन करती है ताकि इंजन और माइलेज बेहतर रहे। लेकिन कुछ लोग ज्यादा साउंड के लिए एक्जॉस्ट को ही बदल देते हैं। लेकिन ध्यान रहे अपनी बाइक के एक्जॉस्ट से अगर आपने छेड़छाड़ की है तो फिर कंपनी आपको कोई भी वारंटी नहीं देगी और यह मोडीफिकेशन वाले भी पहले ही बता देते हैं। अगर बाइक आउट ऑफ वारंटी है तो कोई दिक्कत नहीं है।
ग्राफिक्स के साथ खुलकर खेलें
मोडीफिकेशन में इंजन, चेसिस और एग्जॉस्ट को छोड़कर बाइक के किसी भी हिस्से को मॉडिफाइड करा सकते है और वारंटी जाने का डर भी नहीं रहेगा। इसलिए आप अपनी बाइक को मनचाहा डिजाइन दे सकते हैं।
इंश्योरेंस कंपनी से बात करें
बाइक मोडीफिकेशन करवाने से पहले एक बार इंश्योरेंस कंपनी से भी इस बारे में बात कर लें क्योंकि कई कंपनियां मॉडिफाइड बाइक पर इंश्योरेंस का कवर खत्म कर देती हैं जिससे बाद में आपको दिक्कतें हो सकती हैं।