3 मिनट में होता है टैंक फुल और चलती है 600 किलोमीटर, ये हैं हाइड्रोजन से चलने वाली कारें
ऑटोमोबाइल कंपनियां टेक्नोलॉजी के मामले में तेजी से बढ़ रही हैं। पेट्रोल, डीजल,CNG और LPG के बाद सेमी हाईब्रिड और फुली हाईब्रिड गाड़ियों को बना कर लोगों को अपनी तरफ आकर्षक कर रही हैं।
नई दिल्ली(जेएनएन)। ऑटोमोबाइल कंपनियां टेक्नोलॉजी के मामले में तेजी से बढ़ रही हैं। पेट्रोल, डीजल,CNG और LPG के बाद सेमी हाईब्रिड और फुली हाईब्रिड गाड़ियों को बना कर लोगों को अपनी तरफ आकर्षक कर रही हैं। अब ऑटोमोबाइल कंपनियां नेक्स्ट फ्यूल सेल (हाइड्रोजन पावर फ्यूल) से चलने वाली गाड़ियों को पेश कर रही हैं। इस फ्यूल सेल से चलने वाली गाड़ियों को दुनिया की बड़ी कंपनियां होंडा, टोयोटा, और निकोला जैसी कंपनिया बना रही हैं। इसके साथ ही कई स्टार्ट-अप कंपनियां भी इस काम में जुड़ गई हैं। हाइड्रोजन फ्यूल वाली गाड़ियां जिनमें होंडा क्लेरिटी, और टोयोटा मिरे जैसी गाड़ियों को रीफ्यूल होने में 3 से 5 मिनट का समय लगता है। दूसरी ईको फ्रेंडली गाड़ियां फुली इलेक्ट्रिक कार की बात करें तो इन्हे 24 घंटे तक का समय चार्ज होने में लगता है।
होंडा
होंडा अपनी हाइंड्रोजन फ्यूल सेल व्हीकल क्लेरिटी को हाल ही में नए वर्जन में लॉन्च किया है। 3 मिनट में रीफ्यूल होने के बाद यह कार 600 किमी तक का सफर तय कर लेती है। होंडा की इस कार का मैक्सिमम आउटपुट 130kw और 70mp हाई प्रेशन हाइड्रोजन स्टोरेज टैंक वाला V6 इंजन लगा है। इस कार की कीमत करीब 40 लाख रुपए है। यह कार केलिफॉर्निया में बेची जा रही है।
टोयोटा मिरे
टोयोटा अपनी हाइड्रोजन फ्यूल कार मिरे को ऑस्ट्रेलिया में बेच रही है। टोयोटा के मुताबिक यह दो टैंक फुल होने के बाद 550 किमी तक का सफर तय कर सकती है। 5kg हाइड्रोजन स्टोरेज वाली इस कार की मुकाबला हुोंडा की क्लेरिटी से है। यह कार की 112kw पावर और 335nm टॉर्क देता है।
लेक्सस हाइड्रोज फ्यूल कार
लेक्सस साल 2020 तक अपनी लग्जरी हाइड्रोन फ्यूल कार को लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है। कंपनी का कहना है यह उसकी फ्लैग-शिप सेडान LF-FC मॉडल होगी। कंपनी इसे 2020 में होने वाले टोक्टो ऑलंपिक गेम्स के दौरान लॉन्च कर सकती है।