क्रैश टेस्ट में बुरी तरह फेल हुई फिएट पुंटो, जानिये कितनी रेटिंग मिली
आजकल कार कंपनियां एक से बढ़कर एक तकनीक से लैस कारों को डेवलप कर रही हैं। लेकिन पुंटो में सेफ्टी को लेकर कुछ भी नहीं है ऐसे में पुंटो जैसी कार की सवारी करना किसी खतरे से कम नहीं होगा
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। फिएट पुंटो यूरो एनसीएपी सिक्योरिटी टेस्ट में बुरी तरह से फेल हो गई है और कार को क्रैश टेस्ट में इसे जीरो नम्बर दिया। इतना ही नहीं इससे पहले एजेंसी ने सामने वाली ड्यूल एयरबैग का टेस्ट किया और इस फीचर्स की मजबूत दावेदारी के बाद भी यह फेल हो गई। फिएट की पुंटो करीब एक दशक पुरानी कार है और कड़े सिक्योरिटी टेस्ट में यह कमजोर खिलाड़ी निकली।
आजकल कार कंपनियां एक से बढ़कर एक तकनीक से लैस कारों को डेवलप कर रही हैं। लेकिन पुंटो में सेफ्टी को लेकर कुछ भी नहीं है ऐसे में पुंटो जैसी कार की सवारी करना किसी खतरे से कम नहीं होगा वही फिएट को इन मामले में गंभीरता से विचार करना होगा और ऐसे मॉडल तैयार करने होंगे जो सेफ्टी के मामले में बेहतर हों। यूरो एनसीएपी से जुड़े एक अधिकारी मिशेल वैन रेटिंगसेन ने कहा कि जाहिर सी बात है अब पुरानी कारें नई कारों को कम्पटिट नहीं कर सकती है। इस सेक्टर में तकनीक से लेकर क्षमताओं तक में काफी कुछ बदलाव हो रहा है। आपको बता दे कि फिएट ने दक्षिण अमेरिकी मार्किट में पुंटो की जगह आर्गो को पेश किया है लेकिन भारतीय कार बाजार में पुंटो की जगह किसी अन्य कार ने अभी तक नहीं ली है।
जीप ने कम्पास को किया रिकॉल
जीप ने कम्पास SUV की 1200 यूनिट्स को रिकॉल किया गया है,दरअसल पैसेंजर एयरबैग में खामी की वजह से रिकॉल करने का फैसला कंपनी लिया है। कंपनी की तरफ से एक बयान आया है कि "वह खराब एयरबैग को बदल देगी और ग्राहकों से इसके लिए किसी तरह का कोई शुल्क नहीं लेगी। इसलिए भारत में अब तक जितनी भी कंपास की डिलीवरी हुई हैं उन सभी को वापस मंगवाया है"।
मारुति सुजुकी ने रिकॉल की 21,494 डिजायर
मारुति ने भी अपनी नई डिजायर को रियर-व्हील हब में आ रही खराबी के चलते स्वंयसेवी रिकॉल किया है। इस सर्विस कैंपेन में 21,494 डिजायर को रिकॉल किया गया। रिकॉल की गईं गाड़ियां 23 फरवरी 2017 से लेकर 10 जुलाई 2017 के बीच बनाई गई हैं। गाड़ियों में आई खराबी को कंपनी 'फ्री ऑफ कॉस्ट' ठीक करेगी।