सुरंग में दौड़ी Elon Musk की इलेक्ट्रिक कार, खत्म होगा ट्रैफिक का जंजाल
Elon Musk की इलेक्ट्रिक कार Tesla Model S के मोडिफाइड वेरिएंट ने इस टनल में टेस्ट राइड दी और Musk ने कहा है कि यह ट्रांसपोर्ट टनल उबाऊ ट्रैफिक के जाम से लोगों को मुक्ति दिलाएगा
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। अमेरिका की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla के सीईओ Elon Musk हमेशा लीक से हटकर चीजें करने के लिए मशहूर हैं। अरबपति आंत्रप्रेन्योर Elon Musk अब ट्रांसपोर्ट का एक नया मॉडल लेकर आए हैं। Musk ने अपनी अपनी अंडरग्राउंड ट्रांसपोर्ट टनल से पर्दा उठाया, जिसे Musk की बोरिंग कंपनी ने बनाया है। Musk की इलेक्ट्रिक कार Tesla Model S के मोडिफाइड वेरिएंट ने इस टनल में टेस्ट राइड दी है और Musk ने कहा है कि यह ट्रांसपोर्ट टनल उबाऊ ट्रैफिक के जाम से लोगों को मुक्ति दिलाएगा।
64kmph की रफ्तार पर हुई टेस्टा राइड
Musk ने कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और गेस्ट को इस टनल में Tesla Model S की सवारी करने का मौका दिया और यह टेस्ट टनल 1.4 मील (2.25km) लंबी है। हालांकि, टेस्ट राइड 64kmph की रफ्तार पर हुई, जो कि अपेक्षाकृत कम मानी जा रही है। हालांकि, टनल की शुरुआत से इसके आखिर तक जाने में केवल 3 मिनट का ही समय लगा। इतना ही नहीं, Musk ने यह भी कहा कि भविष्य में हम इस टनल में 241 kmph की रफ्तार पर गाड़ी दौड़ा सकेंगे। यह टेस्ट राइड कैलिफोर्निया के हॉर्थोर्ने में हुई।
Tesla in @boringcompany tunnel with retractable wheel gear that turns a car into a rail-guided train & back again pic.twitter.com/3a6i0NoSmi— Elon Musk (@elonmusk) December 19, 2018
ट्रांसपोर्टेशन टनल की चौड़ाई 12 फीट
इस टनल की चौड़ाई 12 फीट है जो कि सबवे से भी कहीं छोटी है। Musk ने अपनी इस पहली टनल राइड को ऐतिहासिक बताया है और उन्होंने कहा कि यह उनके लिए यूरेका मूवमेंट था। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि उनकी यह राइड उबड़-खाबड़ थी क्योंकि उनके पास वक्त की कमी थी, लेकिन भविष्य में यह राइड ग्लास की तरह स्मूथ होगी। फिलहाल यह एक प्रोटोटाइप है।
खर्च किए 10 मिलियन डॉलर
Musk ने कहा कि टनल यह साबित करने के लिए केवल एक टेस्ट है कि टेक्नोलॉजी किस तरह काम करती है और एक दिन में ट्रैफिक जाम से कितना निजात दिला सकती है। Musk के मुताबिक इस टनल में बिना दीवार वाला एलेवेटर बनाया गया है जो कार को जमीन से करीब 30 फीट नीचे ले जाता है। Musk ने बताया कि Boring Company ने टेस्ट टनल बनाने के लिए करीब 10 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं। इतना ही नहीं, उनकी कंपनी का दावा है कि इस तरह की टनल बनाने में प्रति मील करीब 1 बिलियन डॉलर का खर्च आता है।