ये हैं गाड़ी की माइलेज बढ़ाने के सही तरीके
पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं तो ऐसे में हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप अपनी गाड़ी माइलेज बढ़ा सकते हैं।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। कार छोटी हो या बड़ी, हर कोई चाहता है कि उसकी कार ज्यादा माइलेज दे, क्योकिं पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं तो ऐसे में हम आपके लिए लेकर आये हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनकी मदद से आप अपनी गाड़ी माइलेज बढ़ा सकते हैं।
गाड़ी की रफ्तार कम रखें
अगर आप अपनी गाड़ी की रफ्तार 40-45 kmph रखते हैं तो माइलेज में काफी फर्क पड़ जाता है, जिससे
आप करीब 20 फीसद से ज्यादा तक फ्यूल बचा सकते हैं। क्योकिं तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने पर इंजन पर लोड पड़ता है जिससे फ्यूल की खपत बढ़ जाती है।
क्रूज कंट्रोल से होती है फ्यूल की बचत
आजकल कारों में क्रूज कंट्रोल की सुविधा आ रही है लेकिन अगर इसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए तो फ्यूल की बचत होती है क्योकिं इसके इस्तेमाल से गाड़ी एक ही रफ्तार से चलती है और बार-बार गियर बदलने और क्लच का भी इस्तेमाल नहीं होता।
ऐक्सलरेट करते समय रखें ध्यान
यह अक्सर देखने में आता है कि लोग बेवजह गाड़ी में ऐक्सलरेट करते हैं जोकि गाड़ी के लिए सही नहीं है क्योकिं जितना तेज आप ऐक्सलरेट करोगे उससे गाड़ी के इंजन पर असर पड़ता है उतना ही ज्यादा फ्यूल लगता है।
टायर्स में रखें सही प्रेशर
हफ्ते में एक बार अपनी गाड़ी के सभी टायर्स में हवा सही रखें, हवा न ही कम होनी चाइये और न ही बहुत ज्यादा। अगर टायर्स में प्रॉपर हवा भरी हो तो आप 3 से 5 फीसद तक फ्यूल की बचत कर सकते हैं।
आजकल नाट्रोजन एयर आसानी से उपलब्ध जोकि टायर्स के लिए काफी फायदेमंद होती है।
एयर फिल्टर को रखें साफ
हर 10 से 12 हजार किलोमीटर पर गाड़ी के एयर फिल्टर को चेंज करवा दें और हर 2 हजार किलोमीटर पर इसकी सफाई भी करें ऐसा करने से गाड़ी का इंजन फिट रहेगा। क्योकिं एयर फिल्टर में हवा, प्रदूषण, धूल मिट्टी समाते रहते हैं, इसलिए इसकी सफाई जरूरी है।
ज्यादा सामान न ढोएं
अगर गाड़ी की माइलेज बढ़िया चाइये तो गाड़ी में फालतू और बिना यूज वाला सामान न भरें क्योकिं ज्यादा सामान से आपकी कार भारी होगी और फ्यूल की खपत भी ज्यादा होगी।
टॉप गियर लगाने में न करें देरी
जरूरत पड़ने पर गाड़ी में टॉप लगाने में बिलकुल भी देरी न करें और जहां संभव हो वहां गाड़ी को टॉप गियर में ही चलाने की कोशिश करें। मसलन जहां गाड़ी को तीसरे गियर की जरूरत है वहां दूसरे गियर में गाड़ी नहीं चलानी चाइये क्योकिं नीचले गियर्स फ्यूल की ज्यादा खपत करते हैं।