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जुलाई के आंकड़ों से और गहराई ऑटो बाजार की मंदी, जानें कैसा रहा गाड़ियों की बिक्री का हाल

जुलाई का महीना भी देश के आटोमोबाइल सेक्टर के लिए कोई राहत की खबर लेकर नहीं आया। सभी तरह के वाहनों की बिक्री देश में गिरती जा रही है

By Ankit DubeyEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 08:36 AM (IST)Updated: Fri, 02 Aug 2019 08:39 AM (IST)
जुलाई के आंकड़ों से और गहराई ऑटो बाजार की मंदी, जानें कैसा रहा गाड़ियों की बिक्री का हाल
जुलाई के आंकड़ों से और गहराई ऑटो बाजार की मंदी, जानें कैसा रहा गाड़ियों की बिक्री का हाल

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। जुलाई का महीना भी देश के आटोमोबाइल सेक्टर के लिए कोई राहत की खबर लेकर नहीं आया। सभी तरह के वाहनों की बिक्री देश में गिरती जा रही है। मध्यम वर्ग छोटी व एसयूवी कार नहीं खरीद रहा, और वाणिज्यिक वाहनों के भी खरीदार नहीं मिल रहे। ट्रैक्टरों की बिक्री भी घट रही है, जो बताती है कि ग्रामीण बाजार में भी मांग की स्थिति अच्छी नहीं है। गुरुवार को आटोमोबाइल कंपनियों ने जुलाई की बिक्री के जो आंकड़े पेश किए हैं। उसके मुताबिक कार बाजार में करीब 50 फीसद हिस्सेदारी रखने वाली Maruti Suzuki की घरेलू बाजार में बिक्री 36 फीसद कम हुई है। Honda मोटर्स की कारों की बिक्री 49 फीसद गिरकर 10,250 यूनिट रह गई है। Hyundai मोटर की बिक्री में 10 फीसद की गिरावट दर्ज हुई है। पिछले एक वर्ष में दो नए मॉडल लांच कर चुकी Hyundai की घरेलू बाजार में बिक्री 10 फीसद घटी है। साफ है कि नए मॉडल भी ग्राहकों को लुभा नहीं पा रहे।

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कार बाजार के किसी भी सेगमेंट में उम्मीद नहीं दिख रही है। Assar समूह की एस्सार एग्रो मशीनरी ने बताया कि पिछले महीने ट्रैक्टरों की बिक्री 13.4 फीसद कम हुई है। Mahindra एंड Mahindra समूह के आंकड़े बताते हैं कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 17 फीसद घटकर 15,969 यूनिट रह गई है। कंपनी की पैसेंजर वाहनों की बिक्री 15 फीसद घटी है। समूह के प्रमुख (बिक्री व विपणन) वीजे राम नाकरा का कहना है, "ग्राहकों की उदासीनता अभी तक खत्म नहीं हुई है। मानसून की स्थिति बेहतर है। ऐसे में अब उम्मीद आगामी त्योहारी सीजन से ही है।" भारी वाहन और वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली एक अन्य कंपनी अशोक लेलैंड की बिक्री 28 फीसद घटी है। मझोले व छोटे वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री को 41 फीसद का झटका लगा है।

दोपहिया वाहनों का भी बुरा हाल:

दोपहिया वाहन कंपनियों की स्थिति भी महीना दर महीना बिगड़ती जा रही है। Bajaj ऑटो ने गुरुवार को बताया कि जुलाई में उसकी बिक्री में पांच फीसद कमी आई है। दोपहिया वाहनों की कुल घरेलू बिक्री तो 13 फीसद की गिरावट के साथ 2,05,470 यूनिट रह गई है। हालांकि निर्यात में आठ फीसद की वृद्धि हुई है, जिससे कुल बिक्री की गिरावट पांच फीसद पर ही सीमित रही है। देश की एक अन्य दोपहिया निर्माता कंपनी TVS की बिक्री इस महीने 13 फीसद घटी है। अभी तक स्कूटरों की बिक्री पर मंदी की छाया नहीं पड़ी थी। लेकिन TVS के स्कूटरों की बिक्री इस महीने 11.59 फीसद घटी है।

मारुति सुजुकी का प्रदर्शन लचर:

मारुति सुजुकी की कुल वाहन बिक्री 33.5 फीसद घट कर 1,09,264 यूनिट रह गई है। पिछले वर्ष जुलाई में कुल बिक्री 1,64,369 यूनिट थी। छोटी कारों (आल्टो, वैगनआर) की बिक्री में 69 फीसद, कांपैक्ट कारों (स्विफ्ट, इग्निस, बलेनो, डिजायर) की बिक्री 22.7 फीसद घटी है। लेकिन 38.1 फीसद की गिरावट के साथ सबसे चौंकाने वाली बिक्री यूटिलिटी व्हीकल्स (विटारा ब्रेजा, एस-क्रॉस, आर्टिगा) सेग्मेंट की रही। यह बिक्री चौंकाने वाली इसलिए है, क्योंकि यह सेग्मेंट सिर्फ मारुति के लिए नहीं, बल्कि दूसरी कार कंपनियों के लिए भी अब तक उम्मीद की एकमात्र किरण था। यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी, एमपीवी आदि) की बिक्री में कमी ऑटो सेक्टर में मंदी की गंभीरता को बताता है।

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