फोर्स मोटर्स ने लॉन्च की नई 33/41 ट्रैवलर मोनोबस
ट्रैवलर-मोनोबस अपनी श्रेणी में एकमात्र ऐसी बस है जिसमें नई यूनी-बूस्टर हाइड्रोलिक ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी, ABS, EBD और नया इंजन ड्रैग टॉर्क नियंत्रण के साथ सभी पहियों पर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। पुणे स्थित प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनी फोर्स मोटर्स ने देश की एकमात्र 33/41 सीटर मोनोकोक बसों को लॉन्च किया है। ट्रैवलर-मोनोबस में पहली बार नए और बेहतरीन फीचर्स को शामिल किए गए हैं, जो कि मिडी-बस (33-41 सीटस) सेगमेंट में पहली बार पेश की गई हैं।
ट्रैवलर मोनोबस में मर्सिडीज वाला 3.2 लीटर डीजल इंजन दिया गया है, जो 115bhp की पावर और 350Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इंजन 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन से लैस है। ट्रैवलर मोनोबस में बेस्ट-इन-क्लास पावर-टू-वेट रेश्यो दिया गया है और यह अन्य समकक्ष मॉडल की तुलना में लगभग 800 किलोग्राम हल्की है। साथ ही ये इंजन बेजोड़ ईंधन कुशलता प्रदान करता है।
ट्रैवलर-मोनोबस अपनी श्रेणी में एकमात्र ऐसी बस है जिसमें नई यूनी-बूस्टर हाइड्रोलिक ब्रेकिंग टेक्नोलॉजी, ABS, EBD और नया इंजन ड्रैग टॉर्क नियंत्रण के साथ सभी पहियों पर डिस्क ब्रेक दिए गए हैं, जो इसे टॉप क्लास श्योर स्टॉप ब्रेकिंग प्रदान करते हैं।
फोर्स मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर, श्री प्रसान फिरोदिया ने कहा, "ट्रैवलर-मोनोबस हमारी R&D टीम का पूरी तरह से इन-हाउस प्रयास है और मुझे विश्वास है कि यह प्रदर्शन, आराम, विश्वसनीयता, स्थायित्व और सुरक्षा के साथ नए प्रदर्शन में नए मानक स्थापित करेगी। इन गुणों ने ट्रैवलर को 9-26 सीटर मिनीबस सेगमेंट में लीडर के तौर पर प्रमुखता प्रदान करने में सक्षम बनाया है। यह पर्यटन, अस्पताल के उपयोग, बेड़े के मालिकों और निगमों के लिए आदर्श विकल्प है।"
फोर्स मोटर ने नई स्कूल बस वर्जन के तौर पर नया ट्रैवलर मोनोबस स्कोलर भी पेश किया है। स्कोलर वेरिएंट पारंपरिक स्कूल बस और सभी सेफ्टी फीचर्स के तौर पर पेश किया है। बस में फ्लोर की ऊंचाई ऐसी दी है जिससे बच्चे आसानी से एंट्री कर सकें और उतर भी सकें।
फोर्स ट्रैवलर मोनोबस का उद्देश्य भारत में मिनीबस बाजार में एक मजूबत दावेदार बनना है। बड़ी बस के मुकाबले मिनीबस को काफी चीजों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है और यह काफी अनुकूल भी है।