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पद्मावती से बॉर्बी गर्ल: क्यों रचनात्मकता का गला घोंटा जा रहा है

पद्मावती के विरोध के परिणामस्वरूप अब तक सिनेमाघरों में उसके प्रदर्शन की नियत तारीख़ तय नहीं की जा सकी है।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Thu, 30 Nov 2017 02:45 PM (IST)Updated: Thu, 30 Nov 2017 02:45 PM (IST)
पद्मावती से बॉर्बी गर्ल: क्यों रचनात्मकता का गला घोंटा जा रहा है

नई दिल्ली (जेएनएन)। देश भर में बढ़ती असहिष्णुता पर चले विवादों और बहसों ने जिन उद्योगों को सर्वाधिक प्रभावित किया है, उनमें से बॉलीवुड एक है। दिलवाले से उड़ता पंजाब और अब पद्मावती उन फिल्मों की सूची में है, जिसके विरोध में आवाज़ उठाई गई। पद्मावती के विरोध के परिणामस्वरूप अब तक सिनेमाघरों में उसके प्रदर्शन की नियत तारीख़ तय नहीं की जा सकी है। इन फिल्मों के विरोध के जरिये हर बार रचनात्मकता पर अनावश्यक प्रहार कर उसका दम घोंटने की कोशिश की जाती है।

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आसानी से आहत हो जाने वाली संवेदनाओं का आक्रोश झेलने वाली फिल्मों की सूची में नया नाम सनी लियोन और अरबाज खान अभिनीत ‘तेरा इंतजार’ है। इस फिल्म के निर्माताओं को जारी नोटिस में बॉर्बी डॉल ट्रेडमॉर्क के निर्माता मैटल इंक ने बिना अनुमति एक गाने में ‘बॉर्बी’ शब्द के प्रयोग पर आपत्ति जताई है।

न्यायालय में की गयी शिकायत के अनुसार उन्होंने आरोप लगाया है कि सन्दर्भित गाने में बॉर्बी गर्ल का चित्रण जिस तरह से किया गया है वह दर्शकों/ग्राहकों के हितों व मूल्यों के विपरीत है। इतना ही नहीं, यह आरोप भी लगाया गया है कि इस गाने में जिस अभिनेत्री ने अभिनय किया है, वह वयस्क मनोरंजन उद्योग (Adult Entertainment Industry) की जानी-मानी हस्ती है। अभिनेत्री के व्यक्तित्व का यह पहलू भावनाओं को भड़काने वाला और कम उम्र की लड़कियों और बच्चों के लिए यथोचित नहीं है। इस लिहाज से उनके द्वारा स्थापित ट्रेडमॉर्क ‘बॉर्बी’ की छवि पर नकारात्मक असर हो रहा है।

न्यायालय द्वारा संयम बरतने और तेरा इंतज़ार के खिलाफ कोई कार्रवाई न शुरू करने के साथ ही मैटल इंक द्वारा लगाये गये आरोपों में गम्भीर खामियाँ हैं जिस ओर ध्यानाकर्षण नितांत जरूरी है-

1. वर्तमान समय में बच्चे अपने शारीरिक गुणों को लेकर पहले से कहीं ज्यादा सचेत हैं और किसी के शारीरिक संरचना पर आक्षेप जो अक्सर अवसाद को रूप ले लेती है, उफान पर है। ऐसे समय में बॉर्बी द्वारा चित्रित काल्पनिक ‘’बॉडी इमेज और स्टेंडर्स” किशोर-किशोरियों और युवाओं के मन-मस्तिष्क पर हानिकारक असर डालती है।

2. बॉर्बी डॉल में चित्रित परिधान निश्चित रूप से बच्चे-बच्चियों के हितानुकूल नहीं हैं।

3. सनी लियोन के इतिहास पर आपत्ति और कुछ नहीं तो कम से कम नृशंस तो है ही। सनी, कुछ उम्दा फिल्मों का हिस्सा रही हैं। वह दान-कर्मों से जुड़ी रही हैं और कुछ बेहतरीन सामाजिक कार्यों से उनका जुड़ाव जग-जाहिर है। हाल ही में उन्होंने एक बच्चे को गोद भी लिया है। उनके व्यक्तित्व के इन पहलुओं को नज़रअंदाज कर, मैटल का मात्र किसी एक विषय पर केंद्रित हो जाना उनकी असहिष्णुता का परिचायक है।

हम यह उम्मीद करते हैं कि ऐसे विरोधी कुछ क्षण रूक अपने क्रिया-कलापों पर आत्ममंथन करेंगे और कला को कला रहने देंगे। राजीव वालिया द्वारा निर्देशित ‘तेरा इंतजार’ एक संगीतमय प्रेमपूर्ण रोमांचक सिनेमा है। यह फिल्म सनी को एक नये अवतार में पेश करने की कोशिश करती है और 1 दिसम्बर, 2017 को इसका प्रदर्शन सिनेमाघरों में निर्धारित है।


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