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Baghpat Lok Sabha Election: जयंत चौधरी के गढ़ में कम मतदान ने बढ़ाई टेंशन, एनडीए के साथ चिंता में सपा- कांग्रेस और बसपा

UP Election 2024 छपरौली विधानसभा क्षेत्र को रालोद का गढ़ माना जाता है। इस बार भाजपा और रालोद का गठबंधन भी था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत दूसरे नेता भी आए और ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की थी। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव हुए तो छपरौली विधानसभा में 65 प्रतिशत मतदान हुआ। अब 2024 का चुनाव हुआ तो मतदान प्रतिशत बढ़ने के बजाए घट गया।

By Rajeev Kumar Edited By: Swati Singh Published: Sat, 27 Apr 2024 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 03:58 PM (IST)
जयंत चौधरी के गढ़ में कम मतदान ने बढ़ाई टेंशन, एनडीए के साथ चिंता में सपा- कांग्रेस और बसपा

राजीव पंडित, बड़ौत। छपरौली विधानसभा क्षेत्र को रालोद का गढ़ माना जाता है। इस बार भाजपा और रालोद का गठबंधन भी था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत दूसरे नेता भी आए और ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की थी। प्रशासन ने भी मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए पुरजोर मेहनत की थी, लेकिन इन सबके बावजूद छपरौली के वोटरों ने मतदान करने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।

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छपरौली विधानसभा क्षेत्र ने हमेशा रालोद को मजबूत करने का काम किया है। लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, रालोद को पांचों विधानसभा में छपरौली ने ही बढ़त दिलाई है। रालोद जब भी चुनाव में विजयी हुआ तो छपरौली ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

2014 और 2024 में आया अंतर

वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव हुए तो छपरौली विधानसभा में 65 प्रतिशत मतदान हुआ। वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव हुए तो छपरौली विधानसभा में 62.37 प्रतिशत मतदान हुआ। लेकिन अब 2024 का चुनाव हुआ तो मतदान प्रतिशत बढ़ने के बजाए घट गया और 51.42 प्रतिशत मतदान हुआ। यानी वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में लगभग 14 प्रतिशत मतदान घट गया। यानी लोगों ने मतदान करने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। छपरौली में ही चौगामा क्षेत्र भी आता है।

जयंत चौधरी ने किया रोड शो और मुख्यमंत्री ने की थी जनसभा

रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने 18 अप्रैल को छपरौली क्षेत्र में रोड शो निकाला था, जो लोयन मलकपुर से शुरू होकर सिनौली, आदर्श नंगला, छपरौली, कुरड़ी, टांडा, लूंब, तुगाना, किरठल, रमाला, किशनपुर, बराल, बावली होता हुआ बड़ौत में समाप्त हुआ था। इसके बाद जयंत चौधरी ने 21 अप्रैल को भी छपरौली विधानसभा क्षेत्र के चौगामा के दाहा, पलड़ी, पलड़ा, शाहजहांपुर, बरनावा, बिनौली, सिरसलगढ़, गढ़ी दुल्ला आदि गांवों में रोड शो निकाला था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 अप्रैल को बड़ौत के जनता वैदिक कॉलेज के मैदान पर विजय संकल्प रैली की थी, जिसमें जयंत चौधरी और चारू चौधरी ने भाग लिया था। रोड शोर और रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जयंत चाैधरी और चारू चौधरी ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की भी थी, लेकिन मतदान प्रतिशत देखकर लगता है कि रोड शो का असर हुआ न रैली का।

घरों से नहीं निकले मतदाता, बूथ पड़े रहे सूने

कभी के जमाने में छपरौली क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर सुबह से शाम तक लाइन नहीं टूटती थी, लेकिन इस बार अधिकांश बूथ सूनसान ही पड़े नजर आए। लोगों ने वोट डालने में दिलचस्पी ही नहीं दिखाई। हालांकि मतदान कम होने के कारण को ज्यादा गर्मी और गेहूं की कटाई से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन जयंत चौधरी ने लोगों से 26 अप्रैल का दिन वोट डालने के लिए मांगा था।

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