Himachal News: अब शुरुआत में मुंह के कैंसर का लगेगा पता, डेंटल कॉलेज शिमला में जल्द शुरू होगी वेलस्कोप मशीन
Himachal News शिमला में अब शुरुआत में ही मुंंह के कैंसर का पता लगाया जा सकेगा। डेंटल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. आशु गुप्ता ने विभाग को आदेश दिए हैं कि अगले सप्ताह से मरीजों का इलाज इस मशीन से शुरू कर दें। इस मशीन के माध्यम से मुंह के कैंसर का पता पहली स्टेज में ही लगाया जा सकेगा। अब तक अस्पताल में ऐसी मशीन नहीं थी।
जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला स्थित डेंटल कॉलेज में अब मुंह के कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में ही चल सकेगा। डेंटल कॉलेज में वेल्स्कोप मशीन से मरीजों की जांच की जाएगी।
रोटरी क्लब शिमला ने डेंटल कॉलेज को यह मशीन भेंट की है। यह मशीन मैनुअली काम करती है। डॉक्टरों को अभी इसके बारे में बताया जा रहा है। इसकी पूरी कार्यप्रणाली समझने के बाद अगले सप्ताह से अस्पताल में मरीजों को यह सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी।
पहली स्टेज में लगाया जा सकेगा पता
डेंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. आशु गुप्ता ने विभाग को आदेश दिए हैं कि अगले सप्ताह से मरीजों का इलाज इस मशीन से शुरू कर दें। इस मशीन के माध्यम से मुंह के कैंसर का पता पहली स्टेज में ही लगाया जा सकेगा। अब तक अस्पताल में ऐसी मशीन नहीं थी।
यह कैंसर तब होता है, जब शरीर में अनुवांशिक परिवर्तन के कारण कोशिकाएं बिना नियंत्रण के बढ़ती हैं। जैसे-जैसे ये कोशिकाएं बढ़ती हैं, तो ये एक ट्यूमर बनाती हैं। समय के साथ ये कोशिकाएं शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाती हैं। मुंह के कैंसर का लगभग 90 प्रतिशत स्रोत स्कवैमस सेल कॉर्सिनोमा है।
2023 में आए थे 395 मामले
राजधानी शिमला स्थित डेंटल कॉलेज में 2023 में मुंह के कैंसर के 395 मामले सामने आए थे। अधिकतर मामलों में वे मरीज थे, जो नियमित रूप से तंबाकू या फिर धूमपान करते हैं। चिकित्सकों के अनुसार शुरुआत में मुंह कैंसर के लक्षण दिखाई नहीं देते। धूमपान करने वाले और अधिक शराब का सेवन करने वालों को नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए, क्योंकि तंबाकू और शराब मुंह के कैंसर के जोखिम कारक हैं।
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