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AAP Leaders in Jail: CM केजरीवाल समेत आप के ये नेता जेल में, आज अमानतुल्लाह को ED ने किया गिरफ्तार

AAP Leaders in Jail आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। इस तरह आम आदमी पार्टी के कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं। इसके अलावा सत्येंद्र जैन और आप मीडिया प्रभारी विजय नायर भी शामिल हैं।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Published: Thu, 18 Apr 2024 11:46 PM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2024 11:46 PM (IST)
सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। इस तरह आम आदमी पार्टी के कई नेता गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं।

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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

दिल्ली आबकारी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया। वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। एजेंसी ने उन्हें मामले का सरगना और मुख्य साजिशकर्ता बताया है। एजेंसी का आरोप है कि केजरीवाल ने दक्षिण समूह के शराब व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए आबकारी नीति में बदलाव किया और इसके बदले 100 करोड़ रुपये रिश्वत की मांग की। उक्त धनराशि का इस्तेमाल गोवा व पंजाब के विधानसभा चुनाव में किया गया। आम आदमी पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में अपराध की आय का इस्तेमाल किया, जिसमें केजरीवाल मुख्य निर्णयकर्ता हैं।

मनीष सिसोदिया

आबकारी घोटाले में आरोपित पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को ईडी ने 26 फरवरी 2023 और सीबीआई ने नौ मार्च 2023 को गिरफ्तार किया। उन्हें 9 मार्च को तिहाड़ में आठ घंटे तक पूछताछ के बाद ईडी ने सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसियों का आरोप है कि सिसोदिया ने नीति में बदलाव के लिए मौखिक रूप से सचिव को एक नया कैबिनेट नोट बनाने का निर्देश दिया था। गठित मंत्रियों के समूह का नेतृत्व कर रहे थे और लाभ मार्जिन पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दिया गया था। सिसोदिया वर्तमान में न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल बंद है। सिसोदिया की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज हो चुकी है।

आप मीडिया प्रभारी विजय नायर

आम आदमी पार्टी से जुड़े रहे एंटरटेनमेंट इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के सीबीओ रहे विजय नायर को सीबीआई ने 27 सितंबर 2022 और ईडी ने 13 सितंबर 2022 में गिरफ्तार किया था। वह कैंपेन से लेकर नीति बनाने में पार्टी को सलाह देते थे। दिल्ली शराब नीति केस में नामजद आरोपियों में से वह पहले थे जिन्हें गिरफ्तार किया गया था। नायर पर पार्टी के इवेंट आयोजित करने, फंड जुटाने और सोशल मीडिया की रणनीति बनाने की जिम्मेदारी थी। उन्हें शराब ठेके के लाइसेंस आवंटन में कथित अनियमितताओं के संबंध में साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

सत्येंद्र जैन

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में दिल्ली के पूर्व स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री सत्येंद्र जैन मई 2022 में गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी का आरोप है कि सीबीआई ने वर्ष 2017 में एक प्रथमिकी की थी। इसी प्राथमिकी पर ईडी ने मामला दर्ज किया था। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में सत्‍येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया था। उसका कहना था कि चार कंपनियों के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग की गई। ये कंपनियां सत्‍येंद्र जैन से जुड़ी हैं। जैन सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के तहत नौ महीने की अंतरिम जमानत पर थे, लेकिन शीर्ष अदालत ने उन्हें आगे से राहत देने से इनकार कर दिया। 18 मार्च से जैन फिर तिहाड़ जेल में बंद हैं।

संजय सिंह हुए थे गिरफ्तार, अब जमानत पर बाहर

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने 4 अक्टूबर को करीब 11 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। उन्हें दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तारी की गई थी। हालांकि उन्हें सुप्रीम कोर्ट से 2 अप्रैल को जमानत मिल गई है और अप्रैल तो तिहाड़ जेल से रिहा हुए।

18 अप्रैल को अमानतुल्लाह गिरफ्तार

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान को दस घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। विधायक को दिल्ली वक्फ बोर्ड (Delhi Waqf Board) नियुक्ति घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत गिरफ्तार है। विधायक सुबह 11 बजे ईडी के ऑफिस पहुंचे थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमानतुल्लाह जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे।

अमानतुल्लाह खान पर आरोप है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष होने के दौरान उन्होंने बोर्ड में 32 लोगों की अवैध तरीके से की नियुक्ति की थी। इसके साथ ही उन्होंने अवैध रूप से दिल्ली वक्फ बोर्ड की कई संपत्तियों को किराए पर दिया है।

ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने दिल्ली वक्फ बोर्ड के धन का दुरुपयोग किया है। दिल्ली वक्फ बोर्ड के तत्कालीन सीईओ ने इस तरह की अवैध भर्ती के खिलाफ बयान जारी किया था।


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