अरविंदर सिंह लवली का इस्तीफा मंजूर, कांग्रेस की दो टूक- दिल्ली में नहीं बदलेंगे कैंडिडेट
दिल्ली के कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अब उनका इस्तीफा पार्टी आलाकमान ने स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने नए अध्यक्ष को लेकर बताया कि इस संबंध में बातचीत हो रही है जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के उम्मीदवार नहीं बदले जाएंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली का इस्तीफा पार्टी आलाकमान ने स्वीकार कर लिया है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने मीडिया को बताया कि पार्टी आलाकमान ने लवली का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। उन्होंने नए अध्यक्ष को लेकर बताया कि इस संबंध में बातचीत हो रही है, जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।
उम्मीदवार बदले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में घोषित कांग्रेस के किसी उम्मीदवार में बदलाव नहीं किया जाएगा। जो उम्मीदवार पार्टी ने घोषित किए हैं, वही नामांकन दाखिल करेंगे। बता दें, कांग्रेस ने गठबंधन में अपने हिस्से के तीन सीटों में उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उदित राज और चांदनी चौक से जेपी अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है।
अरविंदर सिंह लवली जी का इस्तीफा कांग्रेस हाई कमान ने स्वीकार कर लिया है
- श्री @deepakbabaria1, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी pic.twitter.com/LYPVP2l3pW— Delhi Congress (@INCDelhi) April 28, 2024
कई गैरजरूरी लोगों को पदोन्नत कर रहे थे: बावरिया
उन्होंने कहा कि अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे के बाद हमें कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारा कोई काम रुक जाएगा या हमारे उम्मीदवार हार जाएंगे। मैंने उन्हें कई जगहों पर रोका क्योंकि जिन लोगों को पदोन्नत नहीं किया जाना चाहिए था, उन्हें पदोन्नत किया जा रहा था। इससे पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं पर बुरा प्रभाव पड़ सकता था।
दिल्ली में बेस्ट कैंडिडेट उतारे: बावरिया
कैंडिडेट के विरोध पर उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली में बेस्ट कैंडिडेट उतारे हैं। उन्होंने कहा कि कोई बाहरी या अंदर का कैंडिडेट नहीं होता है। ऑल इंडिया के संदर्भ में जो कैंडिडेट बेहतर होते हैं, उनका चयन पार्टी अलाकमान करती है। इसको अनुशासन के साथ स्वीकार करना ही हर कांग्रेसी का कर्तव्य बनता है। अपने निजी स्वार्थ के लिए कोई कैंडिडेट बनना चाहते हैं तो यह सीनियर लीडर के लिए अच्छी बात नहीं है।
इस्तीफे में दीपक बाबरिया पर लगाए बड़े आरोप
बता दें, अरविंदर सिंह लवली ने चार पेज के अपने इस्तीफे में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी समस्याओं का जिक्र किया था। उन्होंने पार्टी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि प्रभारी ने मुझे पंगु बना रखा था, वह पार्टी नहीं चलाने दे रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह पार्टी में किसी अधिकारी की नियुक्ति नहीं कर पा रहे थे।