जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नगर निगम की टीम ने शुक्रवार को अभियान चलाकर गोपलापुर में नालों पर हुए अतिक्रमण को ध्वस्त किया। टीम के पहुंचते ही कुछ लोगों ने खुद ही अतिक्रमण हटा लिए तो कुछ ने विरोध किया। यद्यपि टीम के साथ बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को देखकर वे भी पीछे हट गए।
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने गत मंगलवार को ही क्षेत्र का भ्रमण कर अतिक्रमण करने वाले 10 लोगों की सूची तैयार कर उन्हें नोटिस भेजा था।
इनमें सचिन कुमार, शिवलाल यादव, सूरज लाल यादव, योगेंद्र यादव, विरेंद्र यादव, मोनू निषाद, छोटे लाल, दिनेश गुप्ता, संदीप और गोवर्धन का नाम शामिल था। सभी को 25 अप्रैल तक की मोहलत दी गई थी। अतिक्रमण किसी ने नहीं हटाया। सुबह 10 बजे अपर नगर आयुक्त के नेतृत्व में निगम की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि अतिक्रमण की वजह से नाले की सफाई नहीं हो पा रही थी।
मोहल्ले में 1.25 करोड़ रुपये से जलभराव की समस्या के समाधान के लिए नाले का निर्माण भी कराया जा रहा है। अतिक्रमण के कारण निर्माण कार्य प्रभावित हो रहा था। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार सतीश सिंह, स्थानीय लेखपाल, प्रवर्तन दल प्रभारी सेवानिवृत कर्नल दिनेश कुमार सिंह, जोनल अधिकारी ओपी यादव, सफाई निरीक्षक सुनील मणि त्रिपाठी, प्रवर्तन दल टीम और सफाई कर्मचारी मौजूद रहे।
पानी की पाइपलाइन टूटी
गोपलापुर में जलनिकासी के लिए नाला निर्माण में बाधक अतिक्रमण हटाने के दौरान करीब आठ स्थानों पर पेयजल आपूर्ति पाइप लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। शाम तक सड़कों पर पानी फैल गया। कई घरों में आपूर्ति बंद हो गई तो जहां पानी पहुंच भी रहा वह काफी दूषित है। स्थानीय लोगों ने पेयजल पाइप लाइन की मरम्मत कराने की मांग की है।