Move to Jagran APP

Bihar Politics: इधर कांग्रेस विधायक प्रचार में थे व्यस्त, बेटा कई नेताओं के साथ BJP में हो गया शामिल; सियासत तेज

Bihar News बिहार में कांग्रेस को फिर से बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं महाराजगंज के विधायक विजय शंकर दुबे के बेटे सत्यम दुबे ने दर्जनों नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित समारोह में सत्यम के साथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता असीत नाथ तिवारी ने भी भाजपा ज्वॉइन कर ली।

By Raman Shukla Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Thu, 16 May 2024 12:39 PM (IST)
Hero Image
बिहार कांग्रेस के सामने बड़ा संकट (जागरण)
 राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics in Hindi: कांग्रेस को झटका देते हुए गुरुवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं महाराजगंज के विधायक विजय शंकर दुबे के बेटे सत्यम दुबे भाजपा में सम्मिलित हो गए। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में आयोजित भव्य मिलन समारोह में सत्यम के साथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता असीत नाथ तिवारी ने भी भाजपा ज्वॉइन कर ली।

टिकट कटने से नाराज थे असीत नाथ तिवारी

असीत नाथ तिवारी पश्चिम चंपारण जिले से कांग्रेस में टिकट के दावेदार थे। कांग्रेस में सीटों की घोषणा के साथ असीत नाथ तिवारी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसी तरह महाराजगंज संसदीय सीट से विजय शंकर दुबे कांग्रेस की टिकट के दावेदार थे। कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष डा. अखिलेश सिंह के बेटे आकाश सिंह को महाराजगंज से प्रत्याशी बनाया है। इस वजह से सत्यम खफा थे।

सत्यम दुबे ने दर्जनों कांग्रेस नेताओं के साथ छोड़ी पार्टी

ऐसे में सत्यम ने दर्जनों कांग्रेस नेताओं के साथ पार्टी छोड़ी हैं। सत्यम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।इस मौके पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

माना जा रहा है कि महाराजगंज सत्यम के कांग्रेस छोड़ने से भाजपा के प्रत्याशी एवं तीन बार के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को लाभ होगा। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने भी कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। सप्ताह भर अंदर कांग्रेस के दो प्रवक्ता ने पार्टी छोड दी।

ये भी पढ़ें

Manish Kashyap: मनीष कश्यप को गालियां दे रही थी भोजपुरी गायक, फिर हथियार भी दिखाया; अब पुलिस ने लिया ये एक्शन

Bihar Politics: अनंत सिंह को छोटे सरकार क्यों कहा जाता है? ललन सिंह ने खोल दिया राज; याद दिलाई पुरानी बात

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।