Move to Jagran APP

Lok Sabha Election 2024: यूपी की इस सीट पर सपा में मचा घमासान, कौन चुनाव लड़ेगा? अखि‍लेश करेंगे तय

जिलाध्यक्ष का तो कहना था कि वह परेशान हैं कि किसकी फोटो लगाएं। तीन जिलों में फैली मिश्रिख सीट पर सपा ने पहले पूर्व मंत्री और दिग्गज सपा नेता रामपाल राजवंशी को प्रत्याशी बनाया लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनके पुत्र मनोज राजवंशी की टिकट घोषित कर दी गई। वह चुनाव प्रचार करते उससे पहले ही मनोज की पत्नी संगीता राजवंशी को सपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिया।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Published: Wed, 24 Apr 2024 08:23 AM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2024 08:23 AM (IST)
समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष अखि‍लेश यादव।- फाइल फोटो

पंकज म‍िश्र, हरदोई। मिश्रिख लोक सभा सीट पर सपा की टिकट को लेकर घमासान मचा है। सपा ने पहले पूर्व मंत्री, फिर उनके बेटे और बाद में बहू को टिकट दिया। उन्होंने सोमवार को अचानक कलेक्ट्रेट पहुंचकर उसे सपा से नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया, लेकिन उसी बीच नया मोड़ तब आ गया, जब पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव ने मंगलवार को सपा से नामांकन पत्र लेकर बुधवार को दाखिल करने की घोषणा कर दी, जिससे अन्य दलों की तो बात दूर सपाई ही असमंजस में पड़ गए और बुधवार को पार्टी की तरफ से कौन नामांकन करेगा यह नहीं बता पाए।

loksabha election banner

जिलाध्यक्ष का तो कहना था कि वह परेशान हैं कि किसकी फोटो लगाएं। तीन जिलों में फैली मिश्रिख सीट पर सपा ने पहले पूर्व मंत्री और दिग्गज सपा नेता रामपाल राजवंशी को प्रत्याशी बनाया, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनके पुत्र मनोज राजवंशी की टिकट घोषित कर दी गई। वह चुनाव प्रचार करते उससे पहले ही मनोज की पत्नी संगीता राजवंशी को सपा ने प्रत्याशी घोषित कर दिया।

संगीता राजवंशी ने अपने ससुर पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के साथ चुनावी प्रचार शुरू कर दिया। पहले ही दिन नामांकन पत्र लेकर 24 तारीख को उसे दाखिल करने की तैयारी की, लेकिन तब तक एक बार फिर टिकट बदलने की हवा उड़ी तो संगीता राजवंशी ने सोमवार को ही अपने ससुर पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी के साथ सादगी से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया, लेकिन मंगलवार को पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव ने भी सपा से नामांकन पत्र लेकर चौका दिया।

चर्चा हो गई कि अब संगीता राजवंशी के स्थान पर पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव चुनाव लड़ेंगे, लेकिन देर शाम तक सपाई निश्चित नहीं कर सके। सपा जिलाध्यक्ष शराफत अली का कहना था कि दोनों ही नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास बैठे हैं और वहीं से तय होगा कि सपा से कौन चुनाव लड़ेगा वह खुद परेशान हैं कि फोटो किस प्रत्याशी की लगाएं। घमासान है कौन चुनाव लड़ेगा और सपा का चुनाव निशान साइकिल किसे मिलेगा।

कहीं न बन जाएं दिलजले या जुड़ न जाएं रिश्ते

सपा संगीता राजवंशी को प्रत्याशी बनाए रखती या फिर पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव को टिकट देती है। यह पार्टी के निर्णय पर ही पता चलेगा, लेकिन घमासान में दो बातें सामने आई हैं। सपा के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी इससे नाराज बताए जा रहे हैं। कहीं ऐसा न हो कि दल से मिला धोखा उन्हें दिल जला न बना दे। वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो भाजपा प्रत्याशी सांसद अशोक रावत के भाई सांडी विधायक प्रभाष कुमार के रामपाल राजवंशी के ससुर हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि ऐसा भी हो सकता है कि दल से टूटा दिल रिश्तों को न जोड़ दे।

वर्ष 1998 में राम शंकर भार्गव रहे थे सांसद

सपा से नामांकन पत्र लेने वाले पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव सीतापुर के रहने वाले हैं और 1998 में बसपा से मिश्रिख के सांसद भी रह चुके हैं। यह अलग बात है कि एक वर्ष बाद ही चुनाव हो गया था और वह कुछ दिन के लिए ही सांसद रह पाए थे।

यह भी पढ़ें: Kannauj Lok Sabha Seat: क्या अखिलेश यादव ही कन्नौज से लड़ेंगे चुनाव! सोशल मीडिया पर दावेदारी का लेटर वायरल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.