जागरण संवाददाता, लखनऊ। एनआइए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी के 18 वर्षीय बेटे अजितेश त्रिपाठी ने बुधवार रात फांसी लगा ली। वह बटलर पैलेस कालोनी में रहते थे। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि जेई मेंस 2024 का परीक्षा परिणाम रात में आया था।
अजितेश का उसमें चयन नहीं हुआ था। परिणाम आने के बाद से वह दुखी थे। देर रात वह कमरे में पहुंचे और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। परिवारीजन काफी देर तक दरवाजा खटखटाते रहे। कोई उत्तर न मिलने पर दरवाजा तोड़ा तो पंखे से अजितेश का शव लटका देखा। परिवारीजन उसे फंदे से उतार कर सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गुरुवार सुबह परिवारीजन शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए गृह जनपद देवरिया के लिए रवाना हो गए। एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह ने बताया कि परिवारीजन ने अजितेश के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया था। औपचारिकताएं पूरी कर शव परिवारीजनों के सिपुर्द कर दिया गया। इसके बाद शव लेकर गृह जनपद चले गए थे। अजितेश ने आत्महत्या क्यों की है? इसकी जांच की जा रही है।