शिक्षा की अलख जगाएगा साईं बाबा ट्रस्ट, जरूरतमंद मेधावी छात्रों को मिलेगी मुफ्त JEE और NEET कोचिंग
महाराष्ट्र के शिरडी स्थित ट्रस्ट ने अपने कर्मचारियों और अन्य वर्गों के जरूरतमंद लोगों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने को कोचिंग कक्षाओं से रूचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) आमंत्रित की है। ( जागरण - फोटो )
मुंबई, मिड डे (संजीव शिवाडेकर)। साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट अब धर्म के साथ-साथ शिक्षा की भी अलख जगाएगा। ट्रस्ट ऐसे मेधावी छात्रों के लिए आशा की किरण बनेगा जो मेडिकल और इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा हासिल करना चाहते हैं, लेकिन जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महंगी कोचिंग का खर्च उठाने में सक्षम नहीं है।
महाराष्ट्र के शिरडी स्थित ट्रस्ट ने अपने कर्मचारियों और अन्य वर्गों के जरूरतमंद लोगों के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने को कोचिंग कक्षाओं से रूचि की अभिव्यक्ति (ईओआई) आमंत्रित की है।
जेईई इंजीनियरिंग और नीट मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश
बता दें कि जेईई इंजीनियरिंग और नीट मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रवेश परीक्षाएं है। अब साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट ने पहल की है कि ट्रस्ट में कार्यरत कर्मचारियों और आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाले माता-पिता के बच्चों को मुफ्त और सस्ती दरों पर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग उपलब्ध करवाई जाए ताकि आर्थिक संसाधनों के अभाव से उनके सपने अधूरे नहीं रहें।
एक हजार छात्रों को होगा फायदा, दो सौ छात्रों की मुफ्त पढ़ाई
ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जाधव ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट द्वारा 1000 छात्रों को जेईई और नीट के लिए कोचिंग दी जाएगी। इनमें से 800 बच्चों को सस्ती दर पर और ट्रस्ट कर्मचारियों, शहीद, दिव्यांग एवं आर्थिक रूप से कमजोर माता-पिता के 200 बच्चों को मुफ्त पढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण कक्षाओं के लिए ट्रस्ट भवन परिसर और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएगा, वहीं चयनित कोचिंग संस्थान प्रशिक्षित शिक्षक उपलब्ध करवाएंगे। इच्छुक संस्थान 31 मार्च तक ईओआई जमा कर सकते हैं।
बाहरी छात्रों को मिलेगी रहने की सुविधा
उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआत में यह योजना 1000 छात्रों के लिए है। बाद में योजना के सफल होने पर सीटें बढ़ाई जा सकती है। अगर अभी एक हजार से अधिक छात्र कोचिंग के लिए आवेदन करते हैं तो प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। बाहरी क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को मंदिर प्रबंधन द्वारा रियायती मूल्य पर आवास भी उपलब्ध कराया जाएगा।