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Mumbai: मलेशिया में गायब हुआ मुलुंड का 22 वर्षीय मर्चेंट नेवी कर्मचारी, पांच महीने से नहीं हुआ संपर्क

डीजी शिपिंग ने 05 दिसंबर को यह भी बताया कि उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज किसी फर्जी एजेंट द्वारा बनाए गए हैं। परेशान परिवार तुरंत मुलुंड पुलिस स्टेशन पहुंचा और शिकायत दर्ज करवाई। अब मामले को कुआलालम्पुर में भारतीय उच्चायोग तक ले जाया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraPublished: Tue, 28 Mar 2023 10:53 PM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2023 10:53 PM (IST)
Mumbai: मलेशिया में गायब हुआ मुलुंड का 22 वर्षीय मर्चेंट नेवी कर्मचारी, पांच महीने से नहीं हुआ संपर्क
मुलुंड का 22 वर्षीय मणिकंदन उडियार समुद्री जहाज पर ऑयलर के रूप में काम करने के लिए मलेशिया गया था।

मुंबई, अनुराग कांबले (मिड डे)। मुलुंड में बाईस वर्षीय मर्चेंट नेवी कर्मचारी के मलेशिया से रहस्यमय तरीके से गायब होने का मामला सामने आया है। उसे नौकरी दिलवाने का वादा करने वाले एजेंट का दावा है कि जहाज पर दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई जबकि परिवार से उसे छोड़ने के बदले फिरौती मांगी गई है। पुलिस ने एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज कर लापता व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है।

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मुलुंड का 22 वर्षीय मणिकंदन उडियार समुद्री जहाज पर ऑयलर के रूप में काम करने के लिए मलेशिया के कापिट शहर गया था। वह वहां से 25 अक्तूबर 2022 से लापता है। उसके एजेंट का दावा है कि जहाज पर हुई दुर्घटना में उसकी मृत्यु हो गई है। एजेंट के खिलाफ मणि व उसके परिवार से 1.95 लाख रुपए ठगने का मामला दर्ज किया गया है।

एजेंट ने नौकरी का वादा करके मलेशिया भेजा

मुलुंड (पश्चिम) निवासी मणिकंदन उडियार (22) लॉकडाउन के कारण दुबई में मर्चेंट नेवी से जुड़ी नौकरी गंवाकर जुलाई 2021 में मुलुंड वापस लौटा। यहां उसका एजेंट रेहान रमजान पठान से संपर्क हुआ। परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पठान ने अढ़ाई लाख के बदले उसे मलेशिया में नौकरी दिलाने का वादा किया और आखिरकार 2.20 लाख रुपए पर बात तय हुई।

मणि ने 95 हजार रुपए डिजिटल वॉलेट के जरिए चुकाए। इसके बाद वह कोच्चि से मलेशिया के कुआलालम्पुर, वहां से मिरी और फिर मिरी से कापिट पहुंचा।

मिरी में उसने रेहान को एक लाख की दूसरी किश्त चुकाई। इसके बाद कापिट में रेहान ने कहा कि वह बाकी 25 हजार रुपए भी जल्द चुकाए ताकि उसे स्थायी काम मिल सके। इस बीच मणि छिटपुट काम करने लगा।

एजेंट ने किया दुर्घटना में डूबने का वादा

15 अक्तूबर के बाद परिवार का मणि से संपर्क नहीं हो पाया। परिवार ने जब रेहान से पूछताछ की तो उसने बताया कि मणि का जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में 10 लोग पानी में गिर गए। इनमें से दो का पता नहीं चल पाया है और मणि भी उनमें से एक है। परिवार सदमे में आ गया। इस बीच, मणि की बहन दिव्या को मलेशियाई नंबर से व्हाट्सएप संदेश मिला।

संदेश में दावा किया गया कि मणि उनके पास है और उसे वापस पाने के लिए उन्हें 25000 रुपए देने होंगे। 31 अक्तूबर को पीड़ित परिवार ने भारतीय दूतावास और जहाजरानी महानिदेशक से शिकायत की और उनके पास मौजूद सभी दस्तावेज जमा किए। 08 नवंबर 2022 को विदेश मंत्रालय द्वारा परिवार को सूचित किया गया कि 28 अक्तूबर को कापिट पुलिस में मणि के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी।

परिवार ने शिकायत दर्ज करवाई

डीजी शिपिंग ने 05 दिसंबर को यह भी बताया कि उनके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज किसी फर्जी एजेंट द्वारा बनाए गए हैं। परेशान परिवार तुरंत मुलुंड पुलिस स्टेशन पहुंचा और शिकायत दर्ज करवाई। अब मामले को कुआलालम्पुर में भारतीय उच्चायोग तक ले जाया गया है और जांच शुरू की गई है।

इस पर मलेशियाई पुलिस ने 16 जनवरी 2023 को जानकारी दी कि नाव पर सवार नौ व्यक्तियों में से किसी ने भी मणिकंदन को नदी में गिरते हुए नहीं देखा है। उन्हें संदेह है कि वह नदी में गिर गया होगा।

हालांकि खोज और बचाव ऑपरेशन के दौरान नदी में एक भी शव नहीं मिला है। उधर मुलुंड पुलिस ने एजेंट पठान के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज की है।


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