अर्जेंटीना: 44 क्रू मेंबर समेत लापता सबमरीन की खोज में जुटी नौसेना
अर्जेंटीना के सबमरीन सैन जुआन से दो दिन पहले संपर्क टूट गया जिसके बाद से वहां की नौसेना सर्च अभियान में जुटी है।
ब्यूनस आयर्स (रायटर्स)। दो दिन पहले पाटागोनिया के तट से 44 क्रू मेंबर्स के साथ लापता सैन्य सबमरीन के लिए अर्जेंटीना नेवी ने खोज व तलाश अभियान शुरू कर दिया है। अंतिम बार सैन जुआन सबमरीन से बुधवार को रेडियो कंटैक्ट हुआ था जब यह चुबुत के दक्षिणी प्रांतीय तट से 430 किमी की दूर पर था। इसके लिए अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री ने ट्वीट कर बताया कि जल्द से जल्द इस सबमरीन का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
नेवी के प्रवक्ता एनरिक बाल्बी ने स्थानीय टेलीविजन को बताया कि सबमरीन से किसी तरह की कठिनाई का संकेत नहीं होने के कारण इसे खोया हुआ नहीं कह सकते। उन्होंने बताया, ‘विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार अब तक समरीन का पता नहीं चल पाया है। यह नहीं है कि यह खो गया है। एक ट्रैकर हवाई जहाज और नेवी शिप सर्च में लगे हुए हैं।‘
जर्मनी से खरीदा गया था सबमरीन
अर्जेंटीना के नेवी के तीन सबमरीन में से एक डीजल से लैस 66-मीटर लंबा Class TR 1700 सैन जुआन है। जर्मनी से 1985 में इसे खरीदा गया था और 2007 व 2014 में इसे दुरुस्त कराया गया ताकि यह 30 साल और उपयोग किया जा सके। अभी यह उशुआइआ के दक्षिणी शहर से मार डेल प्लाटा के नेवी बेस तक यात्रा पर था, लेकिन इससे संपर्क टूट गया है।
मार डेल प्लाटा बेस के चीफ एडम गैब्रिएल गोंजालेज ने कहा कि सबमरीन में पर्याप्त भोजन और ऑक्सीजन था। ‘हम इमरजेंसी की बात नहीं कर रहे हैं, हमारा इससे संपर्क टूट गया है।‘
प्रार्थना कर रहे हैं क्रू मेंबर के परिजन
कुछ क्रू मेंबर के परिजन बेस में उनकी सुरक्षा की प्रार्थना करते हुए अच्छी सूचना का इंतजार कर रहे हैं। एक क्रू मेंबर के भाई क्लॉडिओ रॉड्रिग्ज ने कहा, ‘हम भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं और अर्जेंटीना के नागरिकों से उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना की मदद मांग रहा हूं ताकि वे सब मिल जाएं। हमें विश्वास है कि यह मात्र कम्युनिकेशन खत्म होने का मामला हो।‘ सबमरीन में सवार अर्जेंटीना की पहली महिला सबमरीन ऑफिसर एलिआना क्रॉजिक के पिता एडुआर्डो ने टोडो नोटिसियास टीवी को बताया, ‘प्रार्थना करें कि किसी क्रू मेंबर को कुछ न हो। समुद्र में सब भाई हैं और एक जहाज से अधिक खतरा सबमरीन को है।‘
अर्जेंटीना के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका, ब्रिटेन व चिली की सरकार ने सर्च अभियान में सहयोग के लिए सैटेलाइट व जहाजों की पेशकश की।
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