गृह निर्माण योजना के तहत दूसरी किस्त नहीं मिलने पर नाराजगी
जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : इस्लामपुर नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत गृह निर्माण योजनाओं के तहत
जागरण संवाददाता, उत्तर दिनाजपुर : इस्लामपुर नगरपालिका क्षेत्र के अंतर्गत गृह निर्माण योजनाओं के तहत उपभोक्ताओं को गृह निर्माण के लिए दूसरी किस्त नहीं मिलने पर नाराजगी व्याप्त है। आरोप है कि गीतांजली व हाउसिंग फार अर्बन पुअर पीपल्स योजना की पहली किस्त की राशि उपभोक्ता को मिली, लेकिन वित्तीय सत्र समाप्त होने को है, पर दूसरी किस्त नहीं मिली। इस वजह से उपभोक्ता घर बनाने का काम शुरू करने के बाद भी घर का निर्माण कार्य पूरा नहीं कर सकें। इस वजह से लोग कष्ट से जीवन काट रहे हैं। इसके लिए लोग नगरपालिका पर भले ही लापरवाही का आरोप लगा रहे हों, लेकिन नगरपालिका इस आरोप को गलत करार दे रही है। इस्लामपुर नगरपालिका के आठ नंबर वार्ड के पार्षद व तृणमूल कांग्रेस नेता मुजफ्फर हुसैन का कहना है कि वित्त वर्ष 2015-2016 में अंतिम समय में उपभोक्ताओं को पहली किस्त मिली थी, 2016-2017 सत्र के समाप्त होने को है पर दूसरी किस्त नहीं मिलने से दिक्कत हो रही है, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है। इस संबंध में नगरपालिका के नगरपाल कन्हैया लाल अग्रवाल ने कहा कि दूसरी किस्त अभी तक आई नहीं है। दूसरी किस्त आने के साथ ही उपभोक्ताओं को राशि प्रदान करने में नगरपालिका किसी भी तरह से लापरवाही नहीं करेगी, उपभोक्ताओं की समस्या को नगरपालिका भी समझ रही है। फंड जल्द ही मिले इसके लिए संबंधित विभाग को अवगत कराया गया है। नगरपालिका सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहली किस्त की राशि गृह निर्माण को जो आई थी उसकी यू सी संबंधित विभाग को समय पर भेजे जाने के बाद भी दूसरी किस्त नहीं मिली। 2016 के जनवरी-फरवरी में 28 उपभोक्ताओं को हाउसिंग फार अर्बन पुअर पीपल्स योजना के तहत एवं गीतांजली योजना के तहत 30 उपभोकता को प्रथम किस्त की राशि मिली थी। हाउसिंग फार अर्बन पुअर पीपल्स योजना के तहत गृह निर्माण को चरणबद्ध 2 लाख 29 हजार रुपये देने का नियम है। पहले चरण में इस योजना के तहत 1 करोड़ 14 हजार 500 राशि आई जिसे नगरपालिका ने अपने तरीके से उपभोक्ताओं को मुहैया करा दी। दूसरी किस्त नहीं आई है इस वजह से समस्या हो रही है, मगर उपभोक्ताओं का कहना है कि पहली किस्त मिलने के बाद वेलोग पुराना घर तोड़कर नये घर का निर्माण कार्य शुरू किया, लेकिन निर्माण कार्य अधूरा रह गया, दूसरी किस्त की राशि नहीं मिलने से वे कष्टदायक जीवन जी रहे हैं। कई उपभोक्ताओं ने दूसरी किस्त की राशि नहीं मिलने पर उधार लेकर काम को आगे बढ़ाया। इस वजह से कर्जदार बन गये, लेकिन घर नहीं बन पाया। कई लोग घर की छत में टीन या तिरपाल लगाकर किसी तरह दिन-रात काट रहे हैं। ठंड का मौसम आने से इनकी मुसीबत और बढ़ गई है। आमलोगों का कहना है कि पहले कांग्रेस का बोर्ड था इसलिए भेदभाव के आरोप लगाये जाते थे, लेकिन अब सत्ता पक्ष का बोर्ड बना इसके बाद भी नगरपालिका क्षेत्र का विकास क्यों नहीं हो रहा है।