कालियागंज में मायरा कथा का समापन
संवाद सूत्र, कालियागंज : गत 16 जनवरी से कालियागंज हनुमान भवन में जारी तीन दिवसीय नानी बाई के मायरा क
संवाद सूत्र, कालियागंज : गत 16 जनवरी से कालियागंज हनुमान भवन में जारी तीन दिवसीय नानी बाई के मायरा कथा का समापन बुधवार शाम को राधे कृष्ण के जयघोष के साथ हो गया। 13 वर्षीय बाल स्वरूपा राधा किशोरीजी ने बुधवार को तीसरे दिन कथा में बताया कि नरसी मायरा की कुमकुम पत्रिका पाकर भाई बंधु व अन्य रिश्तेदार, संबंधी के पास गये, लेकिन गरीब दीन हीन नरसी की किसी ने किसी प्रकार से मदद नहीं की और न ही कोई मायरा में जाने को तैयार हुआ। आखिरकार नरसी अपने सोलह सुरदास संतों के साथ नानी बाई के गांव नगर अंजार जाने के लिए निकल पड़े। भगवान का स्मरण करने पर कृष्ण खुद बढ़ई का रूप बनाकर साथ हो गये। खाली हाथ, संतों के साथ नानी बाई के ससुराल पहुंचने पर नरसी का खूब अपमान हुआ। नानी बाई से यह सहा नहीं गया। वह सरोवर में देहत्याग के लिए निकल पड़ी। तभी भगवान कृष्ण एैन वक्त पर पहुंचकर छप्पन करोड़ का मायरा भरा। बुधवार को कथा स्थल पर महिलाओं की काफी भीड़ थी। मुख्य यजमान खूबकरण तापड़िया, विनोद लोहिया, मोहन माहेश्वरी समेत अन्य सदस्यों ने मायरा की रस्म पूरी की। गाजे-बाजे के साथ मायरा भरा गया।
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