पुस्तक हमारी संपदा है : गुलाम रब्बानी
जागरण संवाददाता, उत्तरदिनाजपुर : पुस्तकों के बिना कभी बेहतर शिक्षा प्राप्त नहीं की जा सकती है। यहां
जागरण संवाददाता, उत्तरदिनाजपुर : पुस्तकों के बिना कभी बेहतर शिक्षा प्राप्त नहीं की जा सकती है। यहां तक कि शिक्षा पूरी भी नहीं हो सकती है। पुस्तक हमारी संपदा है। अच्छी किताबें संग्रह करने के लिए पुस्तक मेले में आना पड़ेगा। सोमवार को इस्लामपुर हाईस्कूल मैदान में 22वें उत्तर दिनाजपुर जिला पुस्तक मेले के उद् घाटन के अवसर पर राज्य के पंचायत व ग्रामोन्नयन विभाग के राज्यमंत्री गुलाम रब्बानी ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि नोटबंदी की वजह से जो समस्या पैदा हुई है इसके बावजूद लोग पुस्तक मेले को सफल बनाने के लिए खुद जिस तरह से सामने आये हैं, उससे मुझे खुशी है। सोमवार को समारोहपूर्वक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को लेकर एक शोभायात्रा के माध्यम से पुस्तक मेले की वार्ता जन-जन तक पहुंचाया गया। राजा राममोहन राय चिल्ड्रेंस् अकादमी के बच्चों को लेकर एक शोभायात्रा निकाली गई। मंत्री गुलाम रब्बानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर पुस्तक मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मौजूद इस्लामपुर के विधायक व चेयरमैन कन्हैया लाल अग्रवाल ने बताया कि पुस्तक का कोई विकल्प नहीं है। जिला परिषद की सभाधिपति आलमो नूरी ने भी पुस्तक पढ़ने की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। पुस्तक मेला कमेटी के सूत्रों के मुताबिक मेले में 64 स्टॉल लगाये गये हैं। इनमें 33 किताबों के स्टॉल हैं बाकी अन्य स्टॉल है। पुस्तक मेले के अवसर पर सात दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। साथ ही प्रतिदिन शाम को मैदान में चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। साथ ही साहित्य पाठ भी किया जाएगा। इसके अलावे प्रतिदिन बाहरी विशेषज्ञों को लेकर एक सेमिनार का भी आयोजन किया गया है। सोमवार को उद्घाटन कार्यक्रम में अतिरिक्त जिलाधिकारी राजनवीर सिंह कपूर सहित इस्लामपुर के महकमा शासक शेरिंग वाइ भुटिया, दालखोला नगरपालिका के चेयरमैन सुभाष गोस्वामी, उर्दू अकादमी के नोडल आफिसर एमआइ नाजमी, जिला परिषद सदस्य जावेद अख्तर, एलएल ए रंजन राय प्रमुख उपस्थित थे। कार्यक्रम में उत्तर बंग उन्नयन परिषद के चेयरमैन अब्दुल करीम चौधरी उपस्थित नहीं थे, लेकिन उनके प्रतिनिधि व पार्षद महताब चौधरी व मुजफ्फर हुसैन उपस्थित थे।