नोटबंदी से परेशान ऋणग्रस्त व्यवसायी ने की आत्महत्या
संवाद सूत्र, रायगंज : नोट बंदी से परेशान एक ऋणग्रस्त व्यवसायी ने आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम सुखेन
संवाद सूत्र, रायगंज : नोट बंदी से परेशान एक ऋणग्रस्त व्यवसायी ने आत्महत्या कर ली। मृतक का नाम सुखेन दे सरकार 55 है वह रायगंज शहर के अशोक पल्ली का निवासी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटनाक्रम के मुताबिक व्यवसायी सुखेन दे सरकार ने 7 नवंबर को शहर के एक गैर सरकारी बैंक से ढाई लाख रुपये का ऋण लिया। इसके बाद 8 नवंबर को प्रधानमंत्री ने पांच सौ व 1000 रुपये के नोट की मान्यता को समाप्त करने की घोषणा की। इधर, इस व्यक्ति को बैंक से 500 व 1000 रुपये के ही नोट मिले थे। बाध्य होकर उसने 9 नवंबर को पूरी रकम उसी बैंक में अपने खाते में इस उम्मीद से जमा कर दी कि उसे बैंक से नये नोट मिलेंगे। दुर्भाग्यवश बैंक नये नोट देने से मुकर गया। इधर, उस पर महाजनों का दबाव उसपर बढ़ता गया। पिछले बुधवार को सभी महाजन बिंदोलन स्थित दुकान पर जमा हुए एवं उसे जल्द से जल्द रुपये वापस करने की चेतावनी दी। विवश होकर सुखेन दे सरकार ने शनिवार तक का समय मांगा। शुक्रवार तक किसी भी हालत में रुपये का जुगाढ़ करने में सफल नहीं हो पाने पर उसने दुकान में ही गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार देर रात को इस बात की पता चलने पर पूरा शहर शोक में डूब गया। रायगंज थाना की पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। मृतक के परिजनों ने बताया कि घर से 25 किमी दूर सुखेन दे सरकार अपना परिवार चलाता था।