मृत सैनिक की पेंशन को ले दो परिवारों में ठनी
पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के कर्नेलगोला निवासी लक्ष्मीकांत दा
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत मेदिनीपुर के कर्नेलगोला निवासी लक्ष्मीकांत दास (72) की मौत के बाद उसके पेंशन पर दो परिवारों ने दावा किया है। इसे लेकर शासन के समक्ष अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई है। जानकारी के मुताबिक दास सेना में थे। कुछ दिन पहले ही उनका निधन हुआ। उनकी मृत्यु के बाद उनकी पहली पत्नी मेदिनीपुर निवासी दीपाली दास और बीनपुर के दहीजुड़ी निवासी दयामयी दास दोनों ने पेंशन पर हक जताते हुए दावा किया है। दोनों ने अलग-अलग मृत्यु प्रमाण पत्र पेश किया है। इसमें अंतिम संस्कार की तारीख और शवदाह का स्थान अलग दिखाया गया है। दीपाली दास के तीन बेटे हैं। मंझले बेटे असीम दास ने कहा कि उनके पिता ने उनकी निगरानी में आखिरी सांस ली और उनका अंतिम संस्कार भी उन्होंने किया। इस पर कोई दावा कैसे कर सकता है। दूसरी ओर अन्य पक्ष दयामयी दास से बार-बार संपर्क की कोशिश के बावजूद किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। इस बात से जिला प्रशासन काफी उलझन में है। अपर जिलाधिकारी सुरेन्द्र मीणा ने कहा कि सैनिक बोर्ड से पेंशन की फाइल मंगाई गई है। जब तक दोनों पक्षों की बात सुन नहीं ली जाती, किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सकता।