रोगी की मौत को लेकर नर्सिग होम में मचा बवाल
कैचवर्ड : हंगामा - परिजनों ने नर्सिग होम प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप - चिकित्सक के छुट्टी
कैचवर्ड : हंगामा
- परिजनों ने नर्सिग होम प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप
- चिकित्सक के छुट्टी देने के बावजूद रोगी को क्यों नहीं छोड़ा गया
- चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप गलत है : प्रबंधन
संवादसूत्र, मालदा : जिले के एक प्राइवेट नर्सिग होम में रविवार को रोगी की मौत को लेकर परिजनों ने जमकर बवाल काटा। घटना की खबर मिलते ही इंग्लिश बाजार थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर परिस्थिति को नियंत्रण में लिया। वही नर्सिंग होम ने अपने उपर लगे आरोपों को खारिज किया है। नर्सिग होम में मारे गए व्यक्ति का नाम सिराज अली (60) बताया गया है।
प्राप्त खबरों के अनुसार गत शुक्रवार को छाती में दर्ज होने के कारण सिराज अली को मालदा शहर के एक प्राइवेट नर्सिग हो में भर्ती कराया गया। मृत सिराज के पुत्र नुत्पल रहमान ने कहा कि नर्सिग होम में भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर उसके पिता स्वस्थ हो गए थे। चिकित्सक ने उनके पिता को छुट्टी दे दी। लेकिन नर्सिग होम के प्रबंधन ने कहा कि शाम हो गई। इसलिए रोगी को अभी छोड़ा नहीं जा सकता है। अगर रोगी ले जाना चाहते है तो उन्हें पूरे दिन का बेड चार्ज देना होगा। इस बीच सिराज अली अपने घर जाने के लिए उतावले हो रहे थे। लेकिन नर्सिग होम के दबाव के कारण उन्हें उस दिन वहीं रहना पड़ा। रविवार दोपहर उन्हें डिस्चार्ज करने की बात थी। लेकिन उन्हें छोड़ने से पहले नर्सिग होम की ओर से उन्हें एक इंजेक्शन लगाया गया। लेकिन कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। नुत्पल रहमान ने आरोप ने नर्सिग होम पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब चिकित्सक ने उन्हें घर ले जाने की छुट्टी दे दी, तो फिर उन्हें जाने क्यों नहीं दिया गया। नर्सिग होम की लापरवाही के कारण उसके पिता की मौत हो गई। पैसे अदायगी को लेकर नर्सिंग होम प्रबंधन इस प्रकार के हथकंडे अपनाती है।
इधर नर्सिग होम के मालिक डॉ एस हक ने कहा कि किसी भी रोगी कभी भी कुछ हो सकता है। रात में किसी रोगी को छोड़ने का नियम नहीं है। इसलिए उसे छोड़ा नहीं किया। लेकिन इलाज में जो लापरवाही का आरोप लग रहा है वह गलत है।