ध्यानार्थ : मालदा में काल बैसाखी तूफान में एक हजार मकान क्षतिग्रस्त, दो की मौत, 12 घायल
- बांग्लादेश सीमावर्ती बामनगोला, गाजोल, हबीबपुर, रतूआ-2 और चांचल ब्लॉक सर्वाधिक प्रभावित - उजड़े कई
- बांग्लादेश सीमावर्ती बामनगोला, गाजोल, हबीबपुर, रतूआ-2 और चांचल ब्लॉक सर्वाधिक प्रभावित
- उजड़े कई घर-मकान, उखड़े पेड़
- घंटों अंधेरे में डूबा रहा बड़ा हिस्सा, मोबाइल व इंटरनेट सेवा भी ठप
- तूफान से आम, भूंट्टा व आलू समेत अन्य फसलों को भी हुआ नुकसान
संवाद सूत्र, मालदा : शनिवार तड़के आये कालबैसाखी तूफान में मालदा जिले के सीमावर्ती पांच ब्लाक तहस-नहस हो गये। एक हजार से अधिक कच्चे के मकान टूट गये। बड़े-बड़े पेड़ उखर गये। इंटरनेट व बिजली सेवा पूरी तरह से ठप हो गई। आम, भूंट्टा व आलू समेत अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ। तूफान में गिरने वाले पेड़ के नीचे आने से दो लोगों की मौत हो गई एवं 12 लोग घायल हो गये। मौसम विभाग के पूर्व सूचना के मुताबिक पार्श्ववर्ती बांग्लादेश के नौगा जिले में शनिवार तड़के भीषण तूफान आया। जिसका असर मालदा जिले के बांग्लादेश सीमावर्ती बामनगोला, हबीबपुर, गाजोल, पुराना मालदा व चांचल में देखा गया। काफी संख्या में पेड़ टूट गये एवं इन ब्लाकों में एक हजार से अधिक कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए। गाजोल के माजरा इलाके में मनीरूल इस्लाम 60 व चांचल के मुकुलेसुर रहमान 60 नामक की मौत पेड़ गिरने से हो गई। दोनों शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इधर, कच्चे मकान के गिरने से दबकर करीब 12 लोग घायल हो गये। मालदा के बामनोला निवासी फिरोज महालत का हाथ शौचालय की छत का टीन टूट कर गिरने से कट गया। वर्तमान में मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। पुराना मालदा के कांग्रेस विधायक अर्जून हालदार ने बताया कि एक घंटे के अंदर स्थिति भयावह हो गई। तूफान में अधिक क्षतिग्रस्त इलाकों में पुराना मालदा शामिल है। उन्होंने जल्द से जल्द प्रशासन की क्षतिपूर्ति की मांग की है। गाजोल के तृणमूल विधायक दीपाली विश्वास ने बताया कि इसबीच प्रशासन की ओर से क्षतिग्रस्त इलाकों को क्षतिपूर्ति देने के लिए प्रशासन से बातचीत की जा रही है। जिले के नव नियुक्त जिलाधिकारी तन्मय चक्रवर्ती ने बताया कि क्षतिग्रस्त इलाकों में आपदा प्रबंधन की टीम उतारी गई है। क्षतिग्रस्त बीडीओ से नुकसान के हिसाब की रिपोर्ट मांगी गई है।
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