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बंगाल में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम लागू करें ममता : मेनका

इसके फलस्वरूप 161 जिलों में से कोलकाता में बाल लिंग अनुपात में गंभीर रूप से गिरावट देखने को मिल रही है। कोलकाता में यह 1022 से घटकर 898 हो गया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 29 Jul 2017 03:45 PM (IST)Updated: Sat, 29 Jul 2017 03:45 PM (IST)
बंगाल में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम लागू करें ममता : मेनका
बंगाल में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम लागू करें ममता : मेनका

कोलकाता, [ जागरण संवाददाता] । केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कोलकाता में बाल लिंग अनुपात में गंभीर रूप से गिरावट आने की बात कहते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को केंद्र सरकार के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम को लागू करने की सलाह दी है।

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उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार की 'कन्याश्री' योजना प्रभावी है कि ऐसी नहीं हैं, जिसका अन्य राज्य मॉडल के रूप में अनुसरण करे। मेनका ने शुक्रवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान तृणमूल कांग्रेस सांसद मृगांक महतो के सुझाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ये बातें कही। तृणमूल सांसद ने केंद्र को बंगाल सरकार की कन्याश्री योजना को अपनाने का सुझाव दिया था, जिसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने अपने यहां 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम को लागू करने से पूरी तरह इन्कार कर दिया है।

इसके फलस्वरूप 161 जिलों में से कोलकाता में बाल लिंग अनुपात में गंभीर रूप से गिरावट देखने को मिल रही है। कोलकाता में यह 1022 से घटकर 898 हो गया है। केंद्र का यह कार्यक्रम राजनीतिक नहीं है। इससे लड़कियों को फायदा होगा इसलिए ममता सरकार द्वारा इससे नहीं लागू करने का कोई कारण उन्हें समझ नहीं आ रहा है। दूसरी तरफ तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम का बजट सिर्फ 100 करोड़ रुपये का है जबकि बंगाल सरकार 'कन्याश्री' परियोजना पर इससे कहीं ज्यादा धनराशि खर्च कर रही है।

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