सीबीआइ हत्थे चढ़ा 28 लाख का सामान चुराने वाला रेलवे अधिकारी, 9 साल से था फरार
इस दौरान चार अन्य लोगों के साथ मिलकर इसने 27 लाख 35 हजार 518 रुपये के रेलवे का लोहा, सीमेंट आदि चोरी की थी।
कोलकाता, [जागरण संवाददाता] । दक्षिण पूर्व रेलवे में इंस्पेक्टर (वर्क) के रूप में काम करने के दौरान करीब 28 लाख का सामान चुराने वाले एक अधिकारी को सीबीआइ की टीम ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरदुआर स्थित डीआरएम चौपाठी से गिरफ्तार किया है। उसका नाम आलोक घोष है। वह 1999 में भुवनेश्वर में दक्षिण पूर्व रेलवे के अंतर्गत इस्पेक्टर (वर्क) के रूप में कार्यरत था।
इस दौरान चार अन्य लोगों के साथ मिलकर इसने 27 लाख 35 हजार 518 रुपये के रेलवे का लोहा, सीमेंट आदि चोरी की थी। 20 अगस्त 1999 को सीबीआइ ने मामले में एफआरआर दर्ज की थी और 31 जनवरी 2002 को भुवनेश्वर कोर्ट में आलोक समेत पांच लोगों के नाम से चार्जशीट पेश की थी।
इसके बाद कोर्ट ने 15 जुलाई 2008 को आलोक के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था जिसके बाद वह अंडरग्राउंड हो गया था। उसके बाद लगातार उसकी तलाश में जुटी सीबीआइ की टीम ने करीब 9 सालों बाद अब जाकर 12 जनवरी को उसे अलीपुरदुआर के डीआरएम चौपाठी से दबोचा है। उसे सीबीआइ कोर्ट के स्पेशल जज की अदालत में पेश किया जाएगा।