कालीपूजा पर नरबलि की अफवाह से तनाव
गुरुवार रात भी अंधेरे में डूबे श्मशान में आदिवासियों ने काली पूजा प्रारंभ की थी।
कोलकाता, [जेएनएन]। श्मशान में कालीपूजा पर नरबलि दिए जाने की सूचना से गुस्साए ग्रामीणों ने आदिवासी समुदाय के लोगों को बंधक बना लिया। सूचना पर आदिवासियों को बंधनमुक्त करने पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इसमें 6 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
पुलिस ने इस मामले में 45 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक जांच में नरबलि की सूचना अफवाह साबित हुई। सूत्रों के अनुसार पुरानी परंपरा को मानते हुए प्रत्येक 15 वर्ष बाद आदिवासी समुदाय के लोग कालना थाना अंतर्गत वैद्यपुर खेत्रपाल गांव में स्थित श्मशान में कालीपूजा करने आते हैं। गुरुवार रात भी अंधेरे में डूबे श्मशान में आदिवासियों ने काली पूजा प्रारंभ की थी।
ग्रामीणों के अनुसार आदिवासियों के साथ 6 बच्चे भी थे जिन्हें बलि देने के लिए लाया गया था। नरबलि दिए जाने की अफवाह गांव में फैलते ही एकत्र हुए ग्रामीणों ने श्मशान पहुंचकर आदिवासी समूह को घेर लिया। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों ने आदिवासी दल को बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया जिसमें 6 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
मौके पर पहुंची अतिरिक्त फोर्स ने ग्रामीणों के चंगुल से 6 बच्चों समेत 17 आदिवासियों को मुक्त करा लिया। थाने में लौटते वक्त गांव के बाहर एक बार फिर पुलिस की गाड़ी पर हमला बोलकर मुक्त कराए गए आदिवासियों को छीनने का प्रयास किया गया। हमला करने के मामले में पुलिस ने 45 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।