आज सरेआम जीटीए समझौते के कागजात फूंकेगा गोजमुमो
जेएनएन, दार्जिलिंग/कोलकाता : 'गोरखालैंड' की मांग पर दार्जिलिंग में आंदोलन कर रहा गोरखा जनमुक्ति मोर्
जेएनएन, दार्जिलिंग/कोलकाता : 'गोरखालैंड' की मांग पर दार्जिलिंग में आंदोलन कर रहा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक मंगलवार को सरेआम गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) समझौते के कागजात फूंकेगा। गोजमुमो की युवा शाखा ने जरुरत पड़ने पर आमरण अनशन एवं आत्मदाह की भी चेतावनी दी है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दार्जिलिंग के हालात जानने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फिर फोन किया। इस मसले पर दोनों में यह दूसरी दफा बातचीत है। दूसरी तरफ गोजमुमो के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिदल ने सोमवार को कोलकाता आकर राजभवन में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी को जीटीए पद से इस्तीफा दे चुके सभी 43 सदस्यों का त्यागपत्र सौंप दिया। प्रतिनिधिदल में दार्जिलिंग से गोजमुमो विधायक अमर सिंह राई, जीटीए के पूर्व अध्यक्ष रोशन लामा और उपाध्यक्ष अरविंद लामा शामिल थे। राज्यपाल ने हालांकि गोजमुमो सुप्रीमो बिमल गुरुंग का इस्तीफा ग्रहण करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि बिमल गुरुंग को राज्य सरकार से बातचीत करके इस्तीफा देना होगा और उन्हें इस बाबत खुद राजभवन आना होगा। गौरतलब है कि बिमल गुरुंग जीटीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर थे। इन सबके बीच पहाड़ में बेमियादी बंद मंगलवार को 11वें दिन में प्रवेश कर गया, हालांकि इस दिन ईद के मौके पर बंद में 12 घंटे की छूट दी गई थी। बंद के दौरान सोमवार तड़के तिनधारिया इलाके में एक जीप में आग लगा दी गई। वहीं इस दिन पृथक राज्य की मांग पर भारतीय गोरखा भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन की ओर से मौन जुलूस निकाला गया।
गोजमुमो के महासचिव रोशन गिरि ने 'दैनिक जागरण' को फोन पर बताया-'हम बुधवार को दार्जिलिंग के चौकबाजार इलाके में सार्वजनिक तौर पर जीटीए समझौते के कागजात जलाएंगे।' हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि उस मौके पर पार्टी सुप्रीमो बिमल गुरुंग व अन्य शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे या नहीं।' गौरतलब है कि केंद्र, राज्य सरकार व गोजमुमो के बीच 18 जुलाई, 2011 को जीटीए को लेकर त्रिपक्षीय समझौता हुआ था। सूत्रों ने बताया कि कागजात जलाने के साथ-साथ गोजमुमो समर्थक अपनी पीठ पर ट्यूबलाइट फोड़कर खुद को लहूलुहान करके भी प्रतिवाद जताएंगे। इसकी तैयारियां की जा रही हैं। केंद्र पर भी दबाव बनाने की रणनीति
गोजमुमो ने अब राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र पर भी दबाव बनाने की रणनीति तैयार की है। युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश गुरुंग ने बताया-'हमारा आंदोलन जारी रहेगा। केंद्र के हस्तक्षेप नहीं करने पर आमरण अनशन किया जाएगा और जरुरत पड़ने पर पहाड़ के लोग आत्मदाह के लिए भी तैयार हैं।' आगामी 29 जून को दार्जिलिंग में होने वाली सर्वदलीय बैठक में गोजमुमो पृथक राज्य की मांग पर आगे की रणनीति तय करेगा।
पहाड़ पर फीकी रही ईद
ईद के मद्देनजर बंद में 12 घंटे की छूट दिए जाने पर भी पहाड़ पर जश्न का रंग फीका ही दिखा। ईद के दौरान पहाड़ पर कोई अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क दिखी और सड़कों पर लगातार गश्त लगा रही थीं। बंद में छूट के बावजूद दुकान-बाजार व होटल बंद रहे। सिर्फ दवा की दुकानें, अस्पताल और निजी नर्सिग होम ही खुले रहे। इस बीच पुलिस ने नई रणनीति अपनाते हुए गोजमुमो के जुलूस का प्रतिरोध करने के बजाय आगे-पीछे चलने और जरुरत के मुताबिक कार्रवाई करने का फैसला किया है। पुलिस की ओर से पहाड़ के हालात पर सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में एक रिपोर्ट सौंपे जाने की भी खबर है।