अनिश्तिल काल के लिए बंद हुआ बागुइआटी लीला देवी स्कूल
सबहेड : शिक्षा मंत्री ने किया किया स्कूल का निरीक्षण, आर्थिक मदद का आश्वासन जागरण संवाददाता, कोलक
सबहेड : शिक्षा मंत्री ने किया किया स्कूल का निरीक्षण, आर्थिक मदद का आश्वासन
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बागुइआटी थानांतर्गत दसद्रोण में प्रमोटर मिजानूर रहमान नामक प्रमोटर द्वारा तोड़े गए लीला देवी मेमोरियल स्कूल को अनिश्चित काल के लिए बंद करने का फैसला लिया गया। मंगलवार को स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी द्वारा घटना की जानकारी लेने के बाद स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों के बीच बैठक हुई। उसमें टूट चुके स्कूल के फिर से निर्माण को चर्चा हुई। वहीं स्कूल मरम्मत होने कर उसे बंद रखने का निर्णय लिया गया, जिसे अभिभावकों की रजामंदी मिलने के बाद बंद कर दिया गया। उधर, शिक्षा मंत्री ने स्कूल के हेडमास्टर कौशिक भट्टाचार्य, शिक्षक-शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राओं से मुलाकात की। उनकी समस्याएं सुनी। साथ ही स्कूल निर्माण के लिए पांच लाख रुपये अनुदान देने की घोषणा की, जिसे देने की घोषणा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं।
सीमा नहीं लांघने की हिदायत
मुख्यमंत्री के बाद शिक्षा मंत्री ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ ही विपक्ष को भी सीमा नहीं लांघने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान तोड़ कर भवन निर्माण को सरकार बर्दास्त नहीं करेगी। सभी को इस तरह की घटना को अंजाम देने से परहेज करना होगा। उन्होंने शिक्षण संस्थानों को लेकर राजनीति नहीं करने की सलाह दी। साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर जोर दे रही हैं। वह बच्चों को किताबें, स्कूल बैग, जूता, कपड़े और साइकिल दे रही हैं, ताकि कोई भी अशिक्षित न रहे और यहां चंद पैसे के लालच में स्कूल ही तोड़ दिया जा रहा है। यह बर्दास्त नहीं। उन्होंने शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को आश्वस्त किया कि शिक्षा विभाग की ओर से जल्द ही स्कूल निर्माण का काम शुरू होगा।
मालूम हो कि गत सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्कूल तोड़े जाने की घटना पर दुख जताया था। स्कूल तोड़ कर मकान निर्माण को अनुचित ठहराते हुए ऐसा करने वालों को सीमा में रहने की कड़ी चेतावनी दी थी। कहा था, इतना लालच ठीक नहीं। उन्होंने शिक्षा विभाग को क्षतिग्रस्त स्कूल का निर्माण कराने का निर्देश दिया था। गौरतलब है कि गत 18 फरवरी को प्रमोटर मिजानूर रहमान के निर्देश पर 60-70 लोगों ने रातोंरात लीला देवी मेमोरियल स्कूल को तोड़ दिया गया था। इसका विरोध करने पर हेडमास्टर कौशिक भंट्टाचार्य को सड़क पर पटककर बुरी तरह पिटाई की गई थी। स्कूल टूटने से 450 बच्चों के भविष्य को अधर में लटकता देख छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के साथ ही सैकड़ों लोगों ने सड़क जाम कर विरोध जताया। थाने में प्रमोटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी प्रमोटर मिजानूर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। उधर, गत सोमवार से ही स्कूल के टूटे हुए हिस्से पर तिरपाल डाल कर पठन-पाठन भी शुरू किया गया है।