अब तय होगी रेल अफसरों की जवाबदेही
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दशकों से पुराने ढर्रे पर काम कर रही भारतीय रेलवे की कार्यप्रणाली में सुधा
जागरण संवाददाता, कोलकाता : दशकों से पुराने ढर्रे पर काम कर रही भारतीय रेलवे की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए अब रेटिंग शुरू की गई है। निजी कंपनियों की तरह अब रेलवे के जीएम, डीआरएम व अन्य उच्च अफसरों को ग्रेडिंग के आधार पर इक्रीमेंट व प्रमोशन दिया जाएगा। इससे अच्छा काम करने वाले अधिकारियों का भला होगा, जबकि खराब प्रदर्शन को संबंधित जोनल रेल अफसरों के सीआर में जोड़ा जाएगा। गत वर्ष की गई ग्रेडिंग में दक्षिण पूर्व रेलवे जोन को सर्वोच्च अंक मिला है, जबकि पूर्व रेलवे 9वें स्थान पर जा पहुंचा। बता दें कि वर्ष 2016-17 के रेल बजट में रेलमंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने जोनल रेलवे को आवंटित किए जाने वाले लक्ष्यों को पूरा करने में हिलाहवाली करने वाले अफसरों की जिम्मेदारी तय करने के लिए रेटिंग किए जाने की घोषणा की थी। रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2016 में अप्रैल से दिसंबर तक की पर्फार्मेस इंडिकेटर (केपीआइ) के तहत परिचालन, वित्तीय सुधार, सामान ढोने की क्षमता और सवारियों की आवाजाही समेत 17 प्रमुख बिंदुओं पर क्षेत्रीय रेलों द्वारा किए गए कार्यो की रेटिंग की गई। इसके बाद ग्रेडिंग प्रणाली के आधार पर सभी जोनों को अंक दिए गए। रेल सूत्रों के अनुसार लक्ष्यों को पूरा करने में दक्षिण पूर्व रेलवे को 75.48 फीसद अंक मिले, जबकि पूर्व रेलवे को 62.36 फीसद अंक दिया गया। उत्तर पूर्वी रेलवे जोन मात्र 51.50 फीसद अंक पाकर निचले पायदान पर चला गया। उधर, ग्रेडिंग से उच्च अधिकारियों का इक्रीमेंट और प्रमोशन इस बात पर निर्भर करेगा कि उनके नेतृत्व में उनके जोन ने कितना बेहतर काम किया और कितना राजस्व कमाया है। इसके अलावा ट्रेनों की समयपाबंदी पर भी इसके वरिष्ठ अधिकारियों का इक्त्रीमेंट और प्रमोशन इस बात पर निर्भर करे कि उनके नेतृत्व में उनके जोन ने कितना बेहतर काम किया और कितना राजस्व कमाया। इसके अलावा ट्रेन संचालन में समय पाबंदी पर भी नजर रहेगी। सूत्रों की माने तो यह ग्रेडिंग अधिकारियों के वार्षिक पर्फार्मेस अप्रेजल रिपोर्ट्स में भी अहम भूमिका निभाएगी।
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वरिष्ठ अफसरों की कार्यप्रणाली में आएगा सुधार
कोलकाता : ग्रेडिंग प्रणाली लागू होने से रेलवे जोनों में तैनात उच्च अधिकारियों की कार्यप्रणाली में सुधार आने की उम्मीद जताई गई है। इससे अधिकारी बेहतर काम करने के लिए प्रेरित होंगे जिसका असर रेलवे के कामकाज में भी देखने को मिलेगा। जोनल और डिवीजन इकाइयों को नए साल के लक्ष्य के बारे में भी बता दिया गया है। इसके बाद सभी जोन के उच्च अधिकारी अपने अपने काम में जुट गए हैं।