सागर मेले में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए इस साल सागर मेले में सुरक्षा के अभूतप
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बढ़ती आतंकी गतिविधियों को देखते हुए इस साल सागर मेले में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये जा रहे हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार चौधरी ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि समूचे मेला परिसर 140 क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिसकी कंट्रोल रूम में लाइव स्ट्रीमिंग होगी। इस बार 5000 फोर्स अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा 3500 सिविक वोलेंटियर एवं अस्थायी होमगार्ड भी मुस्तैद रहेंगे। सोमवार से ही अग्रिम तौर पर एक टुकड़ी को सागर द्वीप भेज दिया गया है। बचाव एवं तलाशी कार्य के लिए 39 स्पीड बोट सागर में तैनात रहेंगे। कोलकाता पुलिस के डेन से मेला परिसर के आसमान से नजरदारी रखी जाएगी। पहली बार हेलीकाप्टर से भी निगरानी रखी जाएगी। अब तक आपात स्थिति में ही हेलीकाप्टर का इस्तेमाल किया जाता था।
चिकित्सा की भी समुचित व्यवस्था
जिलाधिकारी ने बताया कि चिकित्सा व्यवस्था में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। सागर मेला परिसर, चेमागुड़ी, कचूबेरिया, लॉट नंबर 8 एवं नारायणपुर में पांच अस्थायी अस्पताल खोले जाएंगे। वहां 80 डाक्टर एवं 200 नर्स व मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे। इसके अलावा बेनुवन में ओपीडी की भी व्यवस्था होगी। 85 अस्थायी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भी खोले जा रहे हैं। मेला परिसर में 40 एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। कोलकाता से गंगासागर जाने के रास्ते में पड़ने वाले 9 अस्पतालों एवं 2 प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। रुद्रनगर ग्रामीण अस्पताल में विभिन्न ग्रुप के रक्त की 50 यूनिट की भी व्यवस्था की जाएगी।
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल एप
तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मोबाइल एप शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पांच जनवरी को राज्य सचिवालय नवान्न में इसे लांच करेगीं। इस एप को स्मार्ट फोन रखने वाले आसानी से गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें सागर मेले से सबंधित विभिन्न जानकारियां मौजूद होंगी। इसी तरह जीआइएस मैपिंग से तीर्थयात्री मेला परिसर का भी आसानी से पता लगा पाएंगे।
हरियाली एवं स्वच्छता पर पूरा ध्यान
पिछले साल की तरह इस बार भी हरियाली एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। 8,000 से भी अधिक पीले सैनेटरी टायलेट का निर्माण किया जा रहा है। चौबीसों घंटे सफाई कर्मी मौजूद रहेंगे। सागर मेला परिसर एवं ट्रांजिट प्वाइंट पर 7,000 कूड़ेदान लगाए जाएंगे। तीन जनवरी को सागर द्वीप के सभी ट्रांजिट प्वाइंट एवं मेला परिसर में सफाई अभियान चलाया जाएगा। सफाई के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए 12 जनवरी को चारों ट्रांजिट प्वाइंट, चारों बफर लोकेशन एवं मेला परिसर में मानव श्रृंखला का गठन किया जाएगा, जिसमें गैर सरकारी संगठनों के सदस्य एवं वोलेंटियर भाग लेंगे। प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत स्थानीय दुकानदारों को 50 माइक्रोंस से कम वाले प्लास्टिक बैग एवं कप का इस्तेमाल न करने के लिए जागरुक किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से करीब 100 लोक कलाकार भी विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए स्वच्छता का संदेश बिखेरेंगे।
परिवहन के मुकम्मल इंतजाम
सागर द्वीप ले जाने के लिए परिवहन के मुकम्मल इंतजाम होंगे। करीब 1,000 बसें चलाई जाएंगी। उनका किराया पिछले साल जितना ही होगा। रेल प्रशासन से सियालदह एवं काकद्वीप के बीच 10 जोड़ी इएमयू चलाने का अनुरोध किया गया है। इनमें 8 जोड़ी सामान्य एवं 2 जोड़ी गंगासागर स्पेशल ट्रेनें होंगी। लाट नंबर 8 एवं कचूबेरिया के बीच 30 स्टील बाडी वाले वेसल एवं नामखाना एवं चेमागूड़ी के बीच 100 लकड़ी के लांच चलेंगे। बड़े वाहनों को सागर द्वीप ले जाने के लिए पांच बड़े जहाजों की व्यवस्था की गई है।
इस साल का बजट 61 करोड़
सागर मेले का इस साल का बजट 61 करोड़ रुपये है। पिछले साल 60 करोड़ रुपये का बजट था। खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद ममता सरकार ने इसमें किसी तरह की कटौती नहीं की है।
तीर्थयात्रियों के लिए दुर्घटना बीमा
तीर्थयात्रियों को दुर्घटना बीमा के दायरे में लाया जाएगा। इसके तहत आश्वस्त राशि पांच लाख रुपये होगी। तीर्थयात्रियों के अलावा गैरसरकारी संगठनों के सदस्य, ड्यूटीरत अफसर एवं स्टाफ भी इसके दायरे में आएंगे।
हेल्पलाइन नंबर एवं अस्थायी टेलीफोन कनेक्शन
तीर्थयात्रियों के लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी होगा, जो 18003453220 है। इसके साथ ही 184 अस्थायी टेलीफोन कनेक्शन एवं 18 हॉट लाइन कनेक्शन होंगे।