जेसप कारखाना में फिर लगी आग, सीआइडी जांच का निर्देश
जागरण संवाददाता, कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के दमदम के यशोर रोड स्थित बंद जेसप कारखाना में एक सप्
जागरण संवाददाता, कोलकाता : उत्तर 24 परगना जिले के दमदम के यशोर रोड स्थित बंद जेसप कारखाना में एक सप्ताह के भीतर सोमवार की रात दूसरी बार भीषण आग लग गई। दमकल के 15 इंजनों की मदद से नौ घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया गया। घटना की सूचना पाकर रात में ही दमकल मंत्री व कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी और सूचना व प्रौद्योगिक विभाग के मंत्री ब्रात्य बसु मौके पर पहुंचे। घटनास्थल का जायजा लेने के बाद दमकल मंत्री ने कहा कि जानबूझ कर षड्यंत्र के तहत कारखाना में बार-बार आग लगाई जा रही है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कारखाना में लगी आग की जांच की जिम्मेदारी राज्य सीआइडी को सौंप दी है। सीआइडी दो अलग-अलग टीम गठित कर जांच में जुट गई है। मंगलवार की सुबह सीआइडी और फॉरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कारखाना के जले हुए हिस्से से नमूना संग्रह किया। आगामी बुधवार को बैरकपुर कमिश्नरेट के पुलिस आयुक्त कारखाना प्रबंधन, पुलिस और कारखाना में कार्यरत लोगों के साथ बैठक करने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक साल 2014 से बंद पड़े जेसप कारखाना में सोमवार की रात भीषण आग लग गई। कारखाना के चार अलग-अलग हिस्सों में आग लगी थी। घटना की सूचना पाकर दमकल के 15 इंजन मौके पर पहुंच गये और करीब नौ घंटे के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पा लिया। इसकी सूचना पाकर स्थिति का जायजा लेने रात में ही घटनास्थल पर पहुंचे दमकल मंत्री खासे नाराज दिखे। उन्होंने कारखाना मालिक पर षड्यंत्र के तहत आग लगवाने की संभावना जताई। आरोप लगाया कि कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश के बावजूद कारखाना प्रबंधन ने अब तक कारखाना के ईद-गिर्द दीवार खड़ी नहीं कराया। सुरक्षा के लिए भी कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कारखाना मालिक पवन रुइया को आग लगने के लिए दोषी ठहराते हुए एफआइआर दर्ज करने की बात कही।
जेसप पहुंची सीआइडी
आग लगने की जांच का निर्देश मिलने के बाद सीआइडी डीआइजी भरत लाल मीना अपने दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ फारेंसिक टीम भी पहुंची थी। जांच अधिकारियों ने मौके से नमूना संग्रह किया। सीआइडी डीआइजी ने बताया कि जांच के लिए दो अलग-अलग टीम गठित की गई है। मालिक से भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस घटना में लिप्त कोई कितना बड़ा भी व्यक्ति क्यों न हो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
श्रमिकों ने लगाया कारखाना मालिक पर चोरी करवाने का आरोप
उधर, कारखाना के श्रमिकों और स्थानीय लोगों ने मालिक पवन रुइया पर स्थानीय असामाजिक तत्वों की मदद से कारखाने से कीमती व उपयोगी सामानों को चोरी करवाने का आरोप लगाया। श्रमिकों का कहना है कि प्रबंधन कारखाना खोलना ही नहीं चाह रहा है। इसी लिए षड्यंत्र के तहत बंद किया गया और अब उसमें से मशीनें चोरी करवाई जा रही हैं। श्रमिकों ने मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करने की भी बात कही।
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किसी बंद कारखाना में बार-बार आग नहीं लग सकती। जानबूझ कर आग लगाई जा रही है। कारखाना मालिक का कारखाना खोलने का इरादा नहीं दिख रहा है। हाईकोर्ट के निर्देश का भी पालन नहीं हो रहा। जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
- शोभन चंट्टोपाध्याय, दमकल मंत्री
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हालात देख ऐसा लग रहा कि आग लगी नहीं, लगाई गई है। साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सीआइडी जांच का निर्देश दिया है। जांच में कोई नरमी नहीं बरती जाएगी
- ब्रात्य बसु, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री
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सरकार ने आग लगने की जांच की जिम्मेदारी हमें दी है। जांच के लिए दो अलग-अलग टीम का गठन किया गया है। कारखाना मालिक पवन रूइया के खिलाफ चोरी करवाने की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। कोई कितना बड़ा आरोपी क्यों न हो, उसे बख्सा नहीं जाएगा
- भरत लाल मीना, डीआइजी सीआइडी