राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस पर याद किए गए बीसी राय
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के मौके पर शुक्रवार को प्रदेशवासियों ने महान चिकित्साव
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के मौके पर शुक्रवार को प्रदेशवासियों ने महान चिकित्साविद्, समाजसेवी व राजनेता तथा बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र राय को याद किया। उल्लेखनीय है कि हर साल एक जुलाई को राय की जयंती व पुण्यतिथि के अवसर पर देशभर में राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1991 में भारत में इस दिन को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई थी। 1 जुलाई को ही राय का जन्मदिन व पुण्यतिथि दोनों है। इस दिन कोलकाता सहित राज्यभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर राय के योगदानों को याद किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक जुलाई को बीसी राय की पुण्यतिथि व जयंती पर आधे दिन की सरकारी छुंट्टी की पहले ही घोषणा कर दी थी।
उल्लेखनीय है कि राय का भारतीय चिकित्सा जगत में महान योगदान रहा है। 1 जुलाई 1882 ई को बिहार के पटना में जन्मे राय भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के भी अहम सिपाही रहे थे। आजादी के बाद उन्होंने अपना पूरा जीवन अपने व्यवसाय यानी चिकित्सा सेवा को समर्पित कर दिया। उन्होंने ही सन् 1928 ई में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की स्थापना की थी, जो बाद में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाने लगा। राय ने कोलकाता में पहली बार स्नातकोत्तर मेडिकल कॉलेज, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ के साथ संक्रामक रोग अस्पताल की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। डॉक्टर राय राजनीति में भी सफल रहे। वे 1925 में सक्रिय राजनीति में आए और कांग्रेस की सदस्यता ली। हालांकि इस दौरान उन्होंने अपनी डॉक्टरी पेशा नहीं छोड़ा। राजनीति में रहते हुए भी वे हर दिन कुछ घंटे गरीबों को मुफ्त चिकित्सा सेवा देते रहे। वे राष्ट्रपति महात्मा गांधी के भी बेहद करीबी दोस्त थे। राय बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री भी बने और तीन दफा इस कुर्सी पर रहे। देश में समाज कल्याण के कार्यो में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए उन्हें 1961 ई में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। 1 जुलाई 1962 को उनका निधन हो गया था।