बेघर कार्यकर्ता-समर्थकों को रोजगार देगी माकपा
जागरण संवाददाता, कोलकाता : राजनीतिक हिंसा के कारण घर छोड़कर भागे अपने कार्यकर्ता-समर्थकों का उत्साह ब
जागरण संवाददाता, कोलकाता : राजनीतिक हिंसा के कारण घर छोड़कर भागे अपने कार्यकर्ता-समर्थकों का उत्साह बढ़ाने के लिए माकपा ने नई रणनीति आजमाई है। माकपा के शीर्ष नेतृत्व ने पार्टी के शिक्षित युवा कार्यकर्ता-समर्थकों का अनुवादक के तौर पर इस्तेमाल करने का निश्चय किया है। माकपा के श्रमिक संगठन सीटू ने इस बाबत कार्यकर्ता-समर्थकों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उन्हें स्थानान्तरित करने के लिए प्राथमिक तौर पर केरल एवं गुजरात जैसे राज्यों का चयन किया गया है। माकपा कार्यकर्ता-समर्थकों को निर्धारित समय के लिए उन राज्यों में भेजा जाएगा। माकपा सूत्रों ने बताया कि बंगाल से प्रति वर्ष बहुत से लोग कारोबार या अन्य काम के सिलसिले में भिन्न राज्यों का रूख करते हैं। वहां उन्हें बोलचाल संबंधी समस्या होती है। उन लोगों के लिए ये कार्यकर्ता-समर्थक सहायक साबित होंगे। माकपा सूत्रों ने बताया कि अतीत में भी इस तरह के उदाहरण रहे हैं जब भिन्न राज्यों में संगठन बढ़ाने के लिए बंगाल से वहां पार्टी के शीर्ष नेताओं को भेजा गया है हालांकि इस बार अलग रणनीति के तहत उन्हें भेजने की योजना तैयार की गई है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही हावड़ा, हुगली, कूचबिहार, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर जिले से बहुत से पार्टी कार्यकता-समर्थकों ने सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है1 इसे देखते हुए भी यह कदम उठाया गया है, जिसे पार्टी संगठन बचाने की दिशा में भी कदम बताया जा रहा है।