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हिंदी के प्रचार-प्रसार को बनी 'साहित्य मंजरी'

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हिंदी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से 'साहित्य मंजरी' की स्थापना की घोषणा

By Edited By: Published: Wed, 29 Jun 2016 05:09 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2016 05:09 PM (IST)

जागरण संवाददाता, कोलकाता : हिंदी के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से 'साहित्य मंजरी' की स्थापना की घोषणा की गई। इसके माध्यम से संगीत, नाट्य, नृत्य जैसी कला के विधाओं को भी प्रोत्साहित किया जाएगा है। संस्था के सागठनिक सचिव सुधीर प्रसाद 'निभाशु' ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के कांचरापाड़ा में काफी दिनों से लोग हिंदी के प्रचार एवं प्रसार के लिए स्वतंत्र रूप से बिना भेद-भाव काम करना चाहते थे। इसी के मद्देनजर इस इस संस्था की स्थापना की गई। इसकी पहली सांगठनिक सभा में लोगों की खासकर युवाओं की भीड़ जुटी। सभा में सर्वसम्मति से इस संस्था के सचिव सुबोध कुमार मिश्रा, अध्यक्ष अवध किशोर प्रसाद तथा सागठनिक सचिव सुधीर प्रसाद 'निभाशु' को चुना गया। मौके पर इस संस्था के संरक्षक नारायण सिंह के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे। 'निभाशु' ने इस संस्था के माध्यम से हिंदी के प्रचार-प्रसार की अहम पहल की है।


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