मंडल में अफसरशाही का बुखार चरम पर
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के अफसर अपने कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने से
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर : चक्रधरपुर रेल मंडल के अफसर अपने कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शुक्रवार को बंडामुंडा से ग्रुप डी रेलकर्मी शोभनाथ राय अपनी फरियाद लेकर रेल मंडल के सीनियर डीएसटीई को-ऑर्डीनेशन फरीद मोहम्मद के कार्यालय गया था। उसने अपने तबादले को लेकर अपनी समस्या अधिकारी के सामने रखने की शुरूआत की थी कि फरीद मोहम्मद ने उसे जमकर धमकाया। साथ ही उसे काफी भला बुरा कहा और कार्यालय से निकल जाने को कहा। यह पहला मामला नहीं है, जब चक्रधरपुर रेल मंडल में एक अधिकारी ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को धमकाते हुए दुर्व्यवहार किया हो। दो दिन पहले राउरकेला में भी रेल कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। जिसके बाद रेलवे मेंस कांग्रेस ने इसका विरोध जताते हुए अधिकारी का घेराव किया था।
विक्षिप्त पत्नी के कारण चाहता था तबादला
साल भर पहले रेलकर्मी शोभनाथ राय के दो वर्षीय पुत्र की असामयिक मौत हो गई। पुत्र की मौत से पत्नी की मानसिक संतुलन बिगड़ गया। इस हालात में उसका तबादला बंडामुंडा से मुर्गा महादेव कर दिया गया। पीड़ित रेलकर्मी मानवता के नाते तबादले में बदलाव करने की गुहार लगाने अपने अधिकारी के पास गया था।
सीनियर डीएसटीई ने नहीं उठाया फोन
रेलकर्मी द्वारा लगाए गए आरोपों पर सीनियर डीएसटीई को-ऑर्डीनेशन फरीद मोहम्मद से पक्ष लेने के लिए उनसे दूरभाष पर संपर्क किया गया। लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। उनसे मिलने की भी कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने पत्रकारों से मिलने से इंकार कर दिया।
डीआरएम ने दिया उचित कार्रवाई का भरोसा
रेल मंडल में अधिकारियों के बढ़ते अफसरशाही पर डीआरएम ने पीड़ित रेलकर्मी के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने अफसरों के बढ़ते मामलों पर ¨चता भी व्यक्त की। उन्होंने ताजा मामले पर गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
अफसर के रवैये से रेलवे मेन्स कांग्रेस में आक्रोश
चक्रधरपुर रेल मंडल में लगातार रेलवे अधिकारियों की इस तरह की शिकायतें मिलने से साऊथ इस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस के नेता भी आक्रोशित हैं। चक्रधरपुर डिविजन के ब्रांच टू अध्यक्ष आरके मिश्रा ने कहा की आजकल रेलवे अधिकारी मानवता भूल चुके हैं। वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार करने से भी नहीं चूक रहे हैं। ये गंभीर मसला है। मेन्स कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर गंभीर है, और वे पीड़ित रेल कर्मचारियों के साथ हैं।