मोदी के इशारे पर तृणमूल को मिला नोटिस: ममता
करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ द्वारा तृणमूल कांग्रेस को नोटिस दिए जाने के पीछे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी का हाथ बताया है। रविवार को बेलियाघाटा में चुनावी सभा के दौरान उन्होंने कहा कि सीबीआइ प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आता
जागरण संवाददाता, कोलकाता। करोड़ों रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ द्वारा तृणमूल कांग्रेस को नोटिस दिए जाने के पीछे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी का हाथ बताया है।
रविवार को बेलियाघाटा में चुनावी सभा के दौरान उन्होंने कहा कि सीबीआइ प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकार क्षेत्र में आता है और प्रधानमंत्री के आदेश के बिना कुछ नहीं होता। पीएम के निर्देश पर ही नोटिस भेजकर चार साल के खर्च का ब्योरा मांगा गया है।
ममता बनर्जी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) व आयकर विभाग केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च करने वाले अब हमपर अंगुली उठा रहे हैं। तृणमूल एक पारदर्शी राजनीतिकदल है। वे हमारी आवाज को दबाना चाहते हैं, यह आसान नहीं है। कहा, मीडिया का एक वर्ग तृणमूल के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है। कुछ मीडिया घरानों को माकपा तो कुछ को भाजपा चला रही है। अपनी पेंटिंग्स व पुस्तकों की बिक्री के सवाल पर कहा कि मेरी पुस्तक 'उपलब्धि की बिक्री से जो रुपये संग्रह हुए थे, वह आमता के उन लोगों को दान किए गए, जिनके हाथ माकपा समर्थकों ने काट दिए थे। मेरी पेंटिंग्स की बिक्री से संग्रह होने वाली धनराशि से पार्टी चलती है। माकपा भाजपा पर निर्भर है और कांग्रेस का तो कोई अस्तित्व ही नहीं है।
मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए बंगाल भाजपा के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि सीबीआइ अपना काम कर रही है। वह तृणमूल के खातों एवं उसके लेखा परीक्षण से जुड़े सच का खुलासा करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस तरह के हथकंडों में यकीन नहीं करते।