राज्य भर में धूमधाम से मनी विवेकानंद की जयंती
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। स्वामी विवेकानंद की 153वीं जयंती पर सोमवार को कोलकाता सहित राज्य भर में उन्हे
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। स्वामी विवेकानंद की 153वीं जयंती पर सोमवार को कोलकाता सहित राज्य भर में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। हिंदू साधु-संतों, शंकराचार्य, राजनीतिक क्षेत्र के लोगों आदि ने स्वामी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में उनकी जयंती का पालन किया गया। सोमवार को दिन भर जुलूस, प्रार्थना सभा, युवा सम्मेलन, सेमिनार, योग, खेल और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। खासकर जयंती पर स्वामी जी की कर्म व तपस्या की भूमि रही कोलकाता के निकट हावड़ा में हुगली नदी के किनारे बेलूर मठ स्थित रामकृष्ण मिशन मुख्यालय में एक दिवसीय विशेष उत्सव का आयोजन किया गया। यहां पौराणिक बांग्ला पद्धतियों से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान देश व विदेशों से हिंदू धर्म के ख्यातिप्राप्त लोग इकट्ठा हुए और विशेष प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। सुबह से देर शाम तक यहां लोगों का तांता लगा रहा। इसके अलावा महानगर के शिमला स्ट्रीट स्थित विवेकानंद के पैतृक निवास स्थान पर सुबह से देर रात तक धार्मिक कार्यक्रम व प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। हजारों की संख्या में लोगों ने यहां आकर स्वामी जी को श्रद्धासुमन अर्पित किया।
उधर, राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि स्वामी जी की जयंती के उपलक्ष्य में बहुत सम्मानित तरीके से राज्य भर में तीन दिवसीय विवेक चेतना उत्सव का पालन किया गया। उन्होंने लिखा कि स्वामी जी के आदर्शो के साथ युवाओं के बीच खेल को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र के उत्कृष्ट लोगों को सम्मान देने के लिए शनिवार को शुरू इस उत्सव के पहले दिन खेल दिवस के रूप में मनाया गया। बनर्जी ने कहा कि देश में पहली बार यहां खेल दिवस उत्सव का पालन किया गया। उन्होंने घोषणा की कि अब हर साल 10 जनवरी को खेल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इधर, सोमवार को जयंती पर राज्य के सभी स्कूल, कालेजों व अन्य सरकारी संस्थानों में छुट्टी रहीं। लगभग सभी स्कूलों के बच्चों ने स्वामी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आयोजित शांति जुलूस में हिस्सा लिया। विभिन्न क्लबों व सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी जयंती का धूमधाम से पालन किया गया।
उल्लेखनीय है कि 1893 ई में अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी जी ने अपने विचारों से दुनिया को प्रभावित किया था। विवेकानंद का जन्म कोलकाता में हुआ था और वे 19वीं सदी के महान रहस्यवादी संत रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्य थे।