तृणमूल ने इंदिरा गांधी के आदर्शो को बताया प्रासंगिक
जागरण संवाददाता, कोलकाता। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के धर्मनिरपेक्ष आदर्श
जागरण संवाददाता, कोलकाता। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के धर्मनिरपेक्ष आदर्शो को तृणमूल कांग्रेस ने आज के समय में प्रासंगिक बताया है। जहां एक दिन पहले ही अभी तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के धर्मनिरपेक्ष आदर्शो की तारीफ की। वहीं एक दिन बाद ही तृणमूल कांग्रेस के नेता ने इंदिरा गांधी के धर्मनिरपेक्ष आदर्शो की तारीफ की है। राज्य के पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने उक्त बातें कहीं। वह कोलकाता नगर निगम की ओर से इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
सुब्रत ने कहा देश में आज जब सांप्रदायिकता अपने पंख फैला रही है। उस समय में इंदिरा गांधी के धर्मनिरपेक्ष आदर्श जीवन में काफी प्रासंगिक है। इंदिरा गांधी अल्पसंख्यक समुदाय को अपने बच्चों की तरह मानती थीं। मुखर्जी ने 1970 के दशक में युवा कांग्रेस नेता के तौर पर इंदिरा गांधी के साथ कार्य किया था।
सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि इंदिरा गांधी कहा करती थीं कि यदि मेरा एक पुत्र कमजोर है तो मुझे उसका अधिक ख्याल रखने की आवश्यकता है। यदि कमजोर बच्चे का ख्याल रखने की मेरी कोशिश से कोई नाराज हो जाए तो इससे फर्क नहीं पड़ता।
सुब्रत ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर उनकी यह सोच थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कांग्रेस की ओर से आयोजित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती में हिस्सा लिया है। सुब्रत मुखर्जी का यह बयान उसके बाद आया है।