बांग्ला मां को बचाने का भाजपा ने दिया नारा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने मां, माटी व मानुष का नारा देकर वर्ष 2011 का विधा
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने मां, माटी व मानुष का नारा देकर वर्ष 2011 का विधानसभा चुनाव में 34 वर्षो के वामपंथी शासन का अंत किया था। अब भाजपा ने तृणमूल के मां,माटी व मानुष के नारे का जवाब तलाशते हुए प्रदेश भाजपा ने बांग्ला मां को बचाने का नारा दिया और इसी के साथ पार्टी का जनसमर्थन बढ़ाने के लिए अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। प्रदेश भाजपा 2016 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर राज्य में अपनी सांगठनिक क्षमता बढ़ाने को लेकर विशेष रूप से सक्रिय हुई है।
अगले सप्ताह से पार्टी की सदस्यता अभियान शुरू होने से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने बुधवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय में विशेष बैठक बुलाई। बैठक में निचले स्तर, जिला स्तर व राज्य स्तर के नेताओं ने भाग लिया। बैठक में 2016 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर रणनीति पर चर्चा हुई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह ने बूथ स्तर पर 100 सदस्य सुनिश्चित करने का जो निर्देश दिया है उस पर गंभीरता से अमल करने का निर्णय किया गया।
बैठक के बाद सिन्हा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बंगाल कराह रहा है। इसलिए भाजपा ने बांग्ला मां को बचाने का नारा दिया है। भाजपा राष्ट्र को ध्यान में रख कर ही कोई काम करती है। सभी भाजपा कर्मियों के लिए पहले राष्ट्र व उसके बाद पार्टी है। इसलिए देश के बाद बंाग्ला मां को बचाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस या अन्य किसी पार्टी से भाजपा की तुलना नहीं की जा सकती। तृणमूल कांग्रेस एक व्यक्ति विशेष की पार्टी है। उसमें एक व्यक्ति का ही बोलने का अधिकार है। उसमें किसी भी नेता के लिए बोलने का कोई अर्थ नहीं है।
तृणमूल कांग्रेस की न कोई नीति है और न ही कोई आदर्श है। भाजपा में पार्टी के सभी कर्मी व सदस्य समान है। सदस्यता अभियान में भी यह आम जनता को बताना होगा।