वामो से हाथ मिलाने को तैयार कांग्रेस
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भाजपा की बढ़ती ताकत से कांग्रेस व कई क्षेत्रीय दल चिंतित हैं। भाजपा को रोकने
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। भाजपा की बढ़ती ताकत से कांग्रेस व कई क्षेत्रीय दल चिंतित हैं। भाजपा को रोकने के लिए दशकों पुरानी रंजिश को भुलाकर बिहार में लालू-नीतीश व कांग्रेस एक साथ हुए। बंगाल में जिस तेजी से भाजपा अन्य विरोधी दलों को पीछे छोड़ते हुए तृणमूल को कड़ी टक्कर दे रही है, उसे कांग्रेस व वामपंथी दल खतरे की घंटी मानने लगे हैं। बंगाल की राजनीति धीरे-धीरे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच ध्रुवीकृत होती जा रही है। इस राजनीतिक समीकरण में प्रदेश कांग्रेस नेताओं के एक वर्ग ने 'सांप्रदायिक राजनीति' पर रोक के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों से एकजुट होने का आह्वान किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की 'सांप्रदायिक राजनीति' पर रोक लगाने की जरूरत है जो कि अल्पसंख्यकों के तुष्टीकरण के रूप में फैल रही है। कांग्रेस अपनी शुरूआत से ही धर्मनिरपेक्षता के लिए लड़ती रही है इसलिए राज्य में वामो सहित सभी धर्मनिरपेक्ष ताकतों का कांग्रेस से हाथ मिलाने की जरुरत है।
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ समय पहले कांग्रेस आलाकमान के सामने उन्होंने सांप्रदायिक दल भाजपा और तृणमूल को रोकने के लिए बंगाल में कांग्रेस के धर्मनिरपेक्ष मोर्चा बनाने का प्रस्ताव पेश किया था। धर्मनिरपेक्षता के लिए वामो और कांग्रेस का साथ आना नई बात नहीं है। दूसरी ओर, बंगाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर चौधरी की प्राथमिकता राज्य में पार्टी संगठन को मजबूत बनाना है।