बर्द्धमान विस्फोट कांड की जांच एनआइए के हवाले
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बर्द्धमान जिले के खागरागढ़ के एक मकान में हुए विस्फोट की जांच का जिम्मा आखिर
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बर्द्धमान जिले के खागरागढ़ के एक मकान में हुए विस्फोट की जांच का जिम्मा आखिरकार केंद्र ने बंगाल सरकार व तृणमूल नेताओं के विरोध के बावजूद राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया। संभवत: शुक्रवार से ही एनआइए जांच शुरू कर देगी। ऐसा पहली बार है कि जब किसी मामले में किसी राज्य की सरकार के विरोध के बावजूद केंद्र ने एनआइए जांच का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि बंगाल सरकार व तृणमूल नेता की ओर से कहा जा रहा था कि मामले की एनआइए जांच होती है तो यह राज्य के संघीय ढांचे पर प्रहार होगा। दो दिन पहले ही तृणमूल के राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा था कि एनआइए जांच का निर्देश दिया जाता है तो यह संघीय ढांचे के लिए गलत होगा। वहीं विरोधी दल भाजपा, कांग्रेस और माकपा एक सुर में मामले की एनएआइए से जांच कराने की मांग कर रही थीं।
भाजपा ने गुरुवार को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन भी किया। वहीं कांग्रेस ने 15 अक्टूबर को सड़क पर उतरने की घोषणा की है। इस बीच बुधवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें बंगाल पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि पुलिस मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रही है।
पुलिस ने आतंकी गतिविधियों वाली इस घटना से जुड़े तथ्यों को भी मिटाने की कोशिश की है। बर्द्धमान विस्फोट कांड में बांग्लादेशी आतंकियों के हाथ होने के अहम सबूत मिले हैं। यहां तक कि अलकायदा, अल जेहादी, जमाते-उल-इस्लामी, सिमी और हूजी से तार जुड़े होने की बात कही जा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने शुक्रवार को एनआइए जांच का निर्देश दे दिया। शुक्रवार को भी विरोधी दलों की एनआइए जांच की मांग को तृणमूल के राज्य सचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने खारिज करते हुए कहा था कि एनआइए जांच के लिए शोर मचाने से कुछ नहीं होने वाला है। इसके कुछ देर बाद ही खबर आई कि केंद्र ने बर्द्धमान विस्फोट कांड की जांच का जिम्मा एनआइए को सौंप दिया है।
ज्ञात हो कि आइईडी बनाते समय दो अक्टूबर को खागरागढ़ के एक मकान में धमाका हुआ था, जिसमें दो संदिग्ध आतंकियों की मौत हो गई थी जबकि एक जख्मी हो गया था। इस मामले में दो महिलाओं समेत चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है और एक को वीरभूम से शुक्रवार को हिरासत में लिया गया है। उसके बारे में कहा जा रहा है कि वह मामले में मोस्ट वांटेड कौसर व कादेर का करीबी है।