मोदी के खिलाफ 18 को दिल्ली में धरना देगी तृणमूल
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बर्द्धमान विस्फोट कांड की जांच को लेकर एक तरफ जहां ममता बनर्जी सरकार भाजप
जागरण संवाददाता, कोलकाता। बर्द्धमान विस्फोट कांड की जांच को लेकर एक तरफ जहां ममता बनर्जी सरकार भाजपा के निशाने पर है, वहीं, इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए अब उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने सारधा घोटाले की सीबीआइ जांच में केंद्र के हस्तक्षेप को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ धरना देगी।
तृणमूल की ओर से दिल्ली के जंतर-मंतर पर 18 अक्टूबर को एक दिवसीय धरने का आह्ववान किया गया है। इस धरना कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस के सभी 34 लोकसभा सांसदों के अलावा राज्यसभा सांसद व पार्टी के वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे और दिनभर धरने पर बैठेंगे। साथ ही पार्टी की महिला कर्मियों को भी इसमें बढ़- चढ़ कर हिस्सा लेने का आह्ववान किया गया है।
धरना कार्यक्रम के आयोजन का दायित्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे सांसद व तृणमूल युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी को दिया गया है। वहीं, आयोजन को लेकर कई युवा तृणमूल नेताओं को दिल्ली भेजा गया है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि सारधा घोटाले की सीबीआइ जांच में भाजपा के इशारे पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत केंद्र सरकार हस्तक्षेप कर रही है। निर्दोष तृणमूल कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं को फंसाने की साजिश की जा रही है। इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ धरना दिया जाएगा। धरना में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भी हिस्सा लेने की संभावना है।
गौरतलब है कि यह पहला मौका है जब भाजपा सरकार के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने दिल्ली में धरना देने का आह्वान किया है।