मोदी के साथ ममता का टकराव खत्म करने की कवायद
अनवर हुसैन, कोलकाता। चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जो आर-पार की लड़ाई शुरू हुई थी वह अब खत्म होने के पड़ाव पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बैठक की पृष्ठ भूमि तैयार हो गयी है।
17 अगस्त को मुख्यमंत्री पांच दिवसीय विदेश दौरा पर सिंगापुर जाएंगी। वहां से लौटने के बाद वह दिल्ली में प्रधानमंत्री से मिलेंगी। भले ही ममता ने प्रधानमंत्री से मिलने के लिए औपचारिक रूप से उनसे समय नहीं मांगा है लेकिन राजनीतिक स्तर पर उन्होंने यह संदेश भेजा है कि वह प्रधानमंत्री से मिलना चाहती हैं। अगस्त के पहले सप्ताह में ही प्रधानमंत्री के साथ ममता की बैठक की जोड़तोड़ शुरू हुई थी लेकिन जिला दौरा में व्यस्त होने के कारण मुख्यमंत्री के दिल्ली जाने का कार्यक्रम फिलहाल टल गया है।
मुख्यमंत्री के सिंगापुर दौरा से लौटने के बाद अगस्त के अंतिम सप्ताह में उनकी प्रधानमंत्री के साथ बैठक होगी। इस बीच पार्टी स्तर पर तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व मोदी की नेतृत्ववाली केंद्र सरकार के साथ पश्चिम बंगाल का संबंध बेहतर बनाने का प्रयास करेगा। तृणमूल कांग्रेस संसदीय दल ने केंद्र के साथ पश्चिम बंगाल का संबंध बेहतर बनाने का प्रयास तेज कर दिया गया है। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय को केंद्र सरकार के साथ समन्वय बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गयी है।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक भले ही केंद्र के साथ पश्चिम बंगाल का संबंध सुधारने का प्रयास तेज हुआ है लेकिन तृणमूल कांग्रेस भाजपा के लिए राज्य में एक इंच भी जमीन छोड़ने को तैयार नहीं है। ममता ने 21 जुलाई की शहीद दिवस रैली में इस संबंध में अपना राजनीतिक रुख का खुलासा कर दिया है। उन्होंने भाजपा को सांप्रदायिक पार्टी करार दिया और उसे रोकने के लिए वामपंथी दलों की भी मदद मांगी। माकपा से लड़ाई करने में ही अपना पूरा राजनीतिक जीवन बितानेवाली ममता अब भाजपा विरोध के नाम पर वामपंथियों के प्रति नरम हो गयी हैं। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ कर जो 17 प्रतिशत पर पहुंचा है उसका सुपरिणाम वह 2016 में होनेवाले विधानसभा चुनाव में देखना चाहती हैं।
भाजपा हर स्तर पर बंगाल में अपना जनाधार बढ़ाना चाहती है। प्रदेश भाजपा की सिफारिश पर दो-दो बार केंद्रीय दल बंगाल का दौरा कर चुका है। विभिन्न दलों के निचले स्तर के हजारों कार्यकर्ता व कुछ नेता प्रदेश भाजपा में शामिल हो चुके हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा कि बंगाल में भाजपा काजनाधार बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है। सीबीआई के सारधा कांड की जांच शुरू करने से मुख्यमंत्री डर गयी हैं। इसलिए वह अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करना चाहती हैं।