केंद्र में भी राजनीतिक परिवर्तन लाएगी तृणमूल: पार्थ
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा है कि इस बार का चुनाव कई दृष्टि से अहम है। तृणमूल कांग्रेस केंद्र में भी राजनीतिक परिवर्तन साएगी। कांग्रेस, भाजपा और माकपा के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस देश में भ्रष्टाचार की जनक है। भाजपा सांप्रदायिक है। माकपा ने 34 वषरें के शासन में पश्चिम बंगाल की अर्थव्यवस्था का ध्वस्त किया है। तृणमूल कांग्रेस इन तीन दलों को बाद देकर अन्य क्षेत्रीय दलों के साथ संपर्क बढ़ाएगी और चुनाव बाद केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। चुनाव बाद तृणमूल कांग्रेस क्षेत्रीय दलों के साथ समन्वय करेगी और इस बार केंद्र में सरकार बनाने में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अहम भूमिका होगी। चटर्जी ने बुधवार को कलकत्ता जर्नलिस्ट क्लब द्वारा आयोजित आमने-सामने कार्यक्रम में यह बातें कही। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार ने एक के बाद एक जन विरोधी नीतियां लागू की। ममता बनर्जी जनता से जो वादा करती हैं उसे पूरा करती हैं। जनता के हित में नीतियां लागू नहीं होते देख तृणमूल कांग्रेस यूपीए से निकल गयी। सुश्री बनर्जी ने रिटेल में विदेशी निवेश, महंगाई और रसोई गैस पर सब्सिडी कम करने का विरोध किया।
सुश्री बनर्जी ने जनता से जो वादा किया था उसमें से अधिकांश को 3 वर्ष से भी कम समय में पूरा किया है। ममता के नेतृत्व में मा, माटी मानुष की सरकार ने जो काम किए है उसे उपलब्धि के तौर पर चुनावी घोषणा पत्र में रखा गया है। जनता सरकार की उपलब्धियां देख कर लोकसभा चुनाव में उसे जिताएगी। चटर्जी ने कहा कि वाममोर्चा ने 34 वषरें में राज्य को ध्वस्त किया है। माकपा द्वारा राज्य पर डाले गए कर्ज का बोझ तृणमूल कांग्रेस की सरकार को चुकाना पड़ रहा है। केंद्र ने कर्ज व सूद के तौर पर सरकारी खजाने से 76 हजार करोड़ रुपया स्वत: काट लिया है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने आम जनता के हित में कल्याणकारी योजनाओं का लागू किया।