आइआइटी-खड़गपुर ने बनाई आधुनिक सुतली मशीन
इस मशीन की मदद से एक ओर जहां सुतली निर्माण के कार्य में लगी संस्थाओं का उत्पादन बढ़ेगा, वही श्रमिको के शारीरिक परिश्रम भी कम करना होगा।
खड़गपुर, [संवाद सहयोगी]। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने नेशनल इनिसिएटिव फॉर डिजाइन इनोवेशन प्रोजेक्ट (राष्ट्रीय पहल के लिए रचना नवोन्मेष) के तहत सुतली बनाने की आधुनिक मशीन तैयार की है। इस मशीन की मदद से एक ओर जहां सुतली निर्माण के कार्य में लगी संस्थाओं का उत्पादन बढ़ेगा, वही श्रमिको के शारीरिक परिश्रम भी कम करना होगा।
संस्थान में संचालित नेशनल इनिसिएटिव फॉर डिजाइन इनोवेशन प्रोजेक्ट इकाई के को-ऑर्डिनेटर प्रो. पीबीएस भदौरिया ने कहा कि निदेशक प्रो. पार्थ प्रतिम चक्रवर्ती के कुशल निर्देशन में संचालित हो रहे इस प्रोजेक्ट के तहत हम ग्रामीण क्षेत्रों व लद्यु व कुटीर उद्योगों में प्रयुक्त होने वाली मशीनो के आधुनिक मॉडल तैयार करते हैं। इसका मकसद उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ लागत व शारीरिक श्रम को कम करना है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक सुतली मशीन की मदद से प्रति घंटे सात-आठ किलोग्राम उत्पादन संभव है। इससे पहले हमने पैडल मशीन तैयार की थी, जिससे प्रति घंटा करीब 500 ग्राम सुतली उत्पादन संभव था। पैडल मशीन जहां 3500 रुपये में तैयार हो रही है, वही आधुनिक मशीन की लागत करीब 6000 रुपये होगी। उन्होंने कहा कि पैडल मशीन के मॉडल में बदलाव करते हुए इसे मोटर द्वारा संचालित कर दिया गया है।
पैडल मशीन का उपयोग करने के दौरान निर्माताओं को काफी परिश्रम करना पड़ता है। आधुनिक मशीन में इससे काफी राहत मिलेगी। नदिया जिले में संचालित न्यू वडो एनजीओ ने आधुनिक मशीन का परीक्षण करने के बाद इसे काफी बेहतर बताया। यहां पर 700 महिलाएं सुतली निर्माण के कार्य में लगी हैं।