निराधार नहीं तल्ख तेवरों से रार का अंदेशा
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिलांतर्गत खड़गपुर नगरपालिका के मुद्दे पर राजनैतिक दलों क
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिलांतर्गत खड़गपुर नगरपालिका के मुद्दे पर राजनैतिक दलों के बीच हो रहे तेजी से ध्रुवीकरण के मद्देनजर खेमों के बीच टकराव बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है। जिसका असर बोर्ड गठन के बाद भी नजर आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बताते चलें कि विगत अप्रैल महीने में हुए स्थानीय नगरपालिका चुनाव के दौरान से ही राजनैतिक दलों के बीच ध्रुवीकरण की पृष्ठभूमि तैयार होने लगी थी। चुनाव परिणाम ने इसे और गहरा करने का कार्य किया है, क्योंकि मिले जनादेश से किसी भी दल के लिए अपने बूते बोर्ड गठन करना संभव नहीं रह गया है। बोर्ड गठन परस्पर विरोधी विचारधारा वाले राजनैतिक दलों के सहयोग से ही संभव है, जिसमें स्वाभाविक रूप से तमाम अड़चनें पेश आ रही हैं। इस मामले में परिस्थितियां अपेक्षाकृत कमजोर आधार वाले दलों को एक छाते के नीचे आने को मजबूर कर रही हैं, जिसकी बानगी खरीदा में हुई फाय¨रग की घटना के विरोधी में टीएमसी को छोड़ तमाम राजनैतिक दलों द्वारा आहूत बंद के दौरान देखने को मिली। माकपा नेता अनिल दास से लेकर कांग्रेस के रविशंकर पांडेय व भाजपा महासचिव बबलू बरम तक ने बंद का समर्थन करते हुए इसे शहर की विधि- व्यस्था के नजरिए से देखने की अपील लोगों से की, वहीं इसके विरोध में खरीदा में ही नुक्कड़ सभा का आयोजन कर टीएमसी ने भी अपने तल्ख तेवर दिखाए और तमाम राजनैतिक दलों के रवैये की कड़े शब्दों में ¨नदा की। इस संबंध में पूछे जाने पर टीएमसी टाउन अध्यक्ष देवाशीष चौधरी ने कहा कि प्रदेश में लंबे समय तक राज कर चुकी माकपा और लंबे समय से विधानसभा क्षेत्र पर काबिज कांग्रेस शहर को दिशा दिखाने में असमर्थ रही है। अब सत्ता के लिए ऐसे दल सस्ती राजनीति पर उतर आए हैं। स्थानीय राजनीति में हो रहे तेजी से ध्रुवीकरण के मद्देनजर आने वाले दिनों में राजनैतिक टकराव बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।